गुरुवार, 8 मार्च 2018

Mickey Mouse का जन्म कैसे हुआ?

हैल्लो दोस्तों आज मै Av Hindi Creator आपके लिए लेकर आया हूँ एक रोचक ब्लॉग जिसमे मै आपको बताने वाला हु की आखिर मिक्की माऊस का जन्म कैसे हुआ वह कैसे बनाया गया, साथ ही ओर भी बहोत कुछ, तो बिना समय को नष्ट न करते हुए शुरू करते है।


तो चलिए शुरू करते  है:-





तो दोस्तो अगर आपको कार्टून्स देखना पसंद है तो आपने मिक्की माऊस को जरूर देखा होगा या इसके बारे में जरूर सुना होगा, आज इस कार्टून करैक्टर के जन्म के बारे में जानेंगे।
दोस्तों कार्टूंस की बात करें तो कुछ कैरेक्टर हमारे दिल में इस तरह घर कर गए हैं कि उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता मिकी माउस भी ऐसा ही एक खास कैरेक्टर है दुनिया भर में लोग इसके दीवाने हैं पर क्या आप जानते हैं कि यह कैसे बना ? अगर नहीं तो आइए इसके दिलचस्प सफर को जानने की कोशिश करते हैं।

-MICKEY MOUSE FULL STORY:-

मिकी माउस की रचना पहले से तय नहीं थी दरअसल कार्टून की दुनिया में मिकी की शुरुआत एक खरगोश के रूप में हुई थी जो कि 1927 में वाल्ट डिज्नी द्वारा तैयार किया गया था।

 इसका नाम ओसवाल्ड दे लक्की रैबिट था यह डिज्नी की पहली कार्टून सीरीज का कैरेक्टर था जो उन्होंने फिल्म निर्माता चार्लस मिंटज़ के लिए बनाया था, ओसवाल्ड के कान मिकी के कानों से बड़े थे दूसरी तरफ मिकी की तरह उसके हाथों में ने तो दस्ताने थे और ना ही पैरों में जूते, डिज्नी के इस कैरेक्टर ने दुनिया भर में धूम मचा दी थी जिसके चलते यूनिवर्सल पिक्चर्स ने डिज्नी के कैरेक्टर को कानूनी तौर पर खरीद लिया साथ ही डिज्नी को कम पैसों में यूनिवर्सल के अधीन काम करने का प्रस्ताव रखा जिसे डिज्नी ने ठुकरा दिया।

 डिज्नी के इनकार के बाद यूनिवर्सल ने डिज्नी ब्रदर्स स्टूडियो के तमाम कर्मचारियों को अपनी कंपनी में रख लिया, डिज्नी ब्रदर्स में अब सिर्फ दो ही लोग बचे थे पहले थे खुद वाल्ट डिज्नी और दूसरे थे उनके सबसे विश्वसनीय और वफादार कर्मचारी  Ub lwerks.
iwerks डिज्नी स्टूडियो में एनिमेटर और कार्टूनिस्ट का काम करते थे यूनिवर्सल पिक्चर्स के द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद दोनों गहन चिंता में थे इसी बीच इन दोनों ने मिलकर कई दिन एक ऐसा कैरेक्टर तैयार करने में लगाएं जो कि ओसवाल्ड को टक्कर दे सके शुरुआती दौर में उन्होंने सोचने के बजाय ओसवाल्ड में ही कुछ परिवर्तन कर नए कैरेक्टर को तैयार करने के विकल्प को चुना उन्होंने ओसवाल्ड के कैरेक्टर में कुछ बदलाव किए जैसे कि उसके पेट को मोटा कर दिया और कान छोटे कर खरगोश को एक चूहे का रूप दे दिया।

 उसे आकर्षक दिखाने के लिए उन्होंने चूहे के हाथों में दस्ताने, पैरों में जूते और एक ड्रेस पहना दी और साथ ही उन्होंने इसे नाम दिया MORTIMER.
यह नाम वाल्ट डिज्नी की पत्नी को नहीं भाया इसलिए उन्होंने इसे नया नाम दिया और इस का नया नाम था मिकी माउस, मिकी माउस को तैयार करने के बाद अब सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि क्या मिक्की ओसवाल्ड को टक्कर दे पाएगा इस जवाब की खोज में डिज्नी ने आखिरकार साल 1928 में मिकी की पहली शार्ट मूवी बनाई जिसका नाम प्लेन क्रेजी रखा गया।

 इस फिल्म को देखने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया डिज्नी के अनुमान से ज्यादा अच्छी रही लोगों को यह फिल्म बहुत पसंद आई, मिक्की की पहली सफलता के बाद डिज्नी ने स्टीम बोट बिली नाम से दूसरी फिल्म बनाई इस फिल्म में सिक्रेलिज संगीत को डाला गया था और यह प्रयोग एकदम सफल रहा इसके चलते साल के अंत तक मिकी पूरी दुनिया में मशहूर हो गया।

 मिकी की बढ़ती लोकप्रियता और लोगों का उसके प्रति बढ़ता झुकाव देख कर 1929 में पहली बार फिल्म में मिकी को आवाज दी गई और इस फिल्म का नाम था द कार्निवल किड इस फिल्म में मिक्की ने सिर्फ दो लफ्ज़ कहे थे और यह लफ्ज थे हॉट डॉग्स जो कि वॉल्ट डिज़्नी की आवाज में थे और इस तरह कार्टून इंडस्ट्री में मिकी ऐसा पहला कार्टून था जो की बोल सकता था।

 अपनी सफलता के साथ मिकी माउस ने डिज्नी को मशहूर कर दिया इसकी बदौलत उनका व्यापार जोरों-शोरों से आगे बढ़ने लगा यहां तक कि डिज्नी ने मिकी माउस क्लब और फैन क्लब फॉर चिल्ड्रन के नाम से दो बड़ी कंपनियां भी खोल डाली साथ ही एक के बाद एक और कैरेक्टर भी बनाए गए जो कि मिकी के दोस्तों के रूप में पर्दे पर दिखे, उन्हीं में से एक थी मिनी माउस जो कि मिकी की गर्लफ्रेंड थी इसके बाद मिक्की के दोस्तों की लिस्ट में प्लूटो, गुफी ओर डोनाल्ड डक भी शामिल हो गए जो कि आने वाले दिनों में काफी लोकप्रिय कार्टून करैक्टर बने।

 इन सब की लोकप्रियता के चलते डिज्नी को 1932 में एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज द्वारा मिकी माउस को बनाने के लिए एक विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वाल्ट डिज्नी ने मिकी को कलर कार्टून बनाने के लिए 1935 में एक नए एनिमेटर को अपनी कंपनी में शामिल किया जिनका नाम था FRED MOORE.
Fred ने मिक्की में कुछ बदलाव किए इन बदलावों में मिकी की नाक को छोटा कर दिया और उसके पेट को गेंद के आकार जितना बड़ा बनाया गया और साथ ही उसे पीले कलर के जूते और सफेद कलर के दस्ताने पहनाए गए जिससे मिक्की पहले से भी ज्यादा प्यारा लगने लगा।

 इसी कड़ी में 1950 के आसपास अमेरिका में मिकी माउस क्लब की शुरुआत हुई और बच्चों में इसका जादू सिर चढ़कर बोलने लगा, सिलसिला आगे बढ़ा जल्दी डिज्नी के थीम पार्क की शुरुआत भी की गई, अखबारों में मिकी माउस की कॉमिकस आनी शुरू हो गई साथ ही दे मिकी माउस क्लब भी एक मशहूर टीवी शो बन गया।

 इसी दौर में डिज्नी फीचर फिल्म ने जोंबी और स्लीपिंग ब्यूटी जैसी कुछ फिल्में भी बनाई जिसने डिज्नी कंपनी की नीव को ही हिला कर रख दिया था यहां तक कि इस दौरान मिकी माउस जिसने डिज्नी का निर्माण किया था वह लोगों के बीच से इस तरह गायब हो गया जैसे कि वह कभी था ही नहीं, कड़ी मेहनत के बाद तकरीबन 30 साल बाद वह वापस अपनी जगह बना पाया।

 1953 में आई मिकी की आखरी कार्टून फिल्म दी सिंपल थिंग्स के बाद मिकी का नया कार्टून अगले 30 साल बाद यानी 1983 में आया, डिज्नी ने इसे क्रिसमस के समय पर मिक्कीस क्रिसमस कैरल के नाम से बनाया, इस सीरीज के बाद मिकी फिर से लोगों के बीच लौट आया, मिकी की पचासवीं सालगिरह पर डिज्नी ने एक शॉर्ट मूवी बनाई साथ ही कैलिफोर्निया के डिज्नीलैंड में काफी बड़े पैमाने पर मिकी का जन्मदिन मनाया गया इसमें मिकी के शो और आतिशबाजी या शामिल थी यह डिज्नीलैंड में अब तक का सबसे बड़ा समारोह था।


तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही।
यहा आने के लिए धन्यवाद।।

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