नमस्कार दोस्तो मै Av Hindi Creator आज आपको बताने वाला हूँ टीपू सुल्तान का पुरा इतिहास तो बने रहीये हमारे साथ।
Tipu Sultan – ‘म्हैसुर का शेर’ इस नाम से टिपू सुल्तान को जाना जाता है। भारतीय इतिहास में ऐसे कई दिग्गज हुए हैं जिनके बारे में पढ़ना, उनके बारे में लिखना और उन्हें गहराई से जानने की इच्छा व्यक्त होती है। इन्हीं दिग्गजों में से एक थे मैसूर के मशहूर शासक टीपू सुल्तान। जहां एक ओर प्रतापी राजाओं महाराणा प्रताप, बाजीराव पेशवा, पृथ्वीराज चौहान जैसे हिन्दू राजाओं की बात होती है, वहीं दूसरी ओर मैसूर में जन्मे टीपू सुल्तान को भी लोग याद रखते हैं।
पूरा नाम – सुल्तान फतेह अली खान शाहाब
जन्म – 20 नव्हंबर 1750
जन्मस्थान – युसुफाबाद (कर्नाटक)
पिता – हैदर अली
माता – फतीमा फकरुन्निसा
शिक्षा – फार्सी, कानडी, उर्दू, अरबी इस भाषा पर प्रभुत्त्व। उन्होंने खुद के गणित और शास्त्र के आधार पर पंचाग तयार किया था।
विवाह – सिंध सुल्तान के साथ।
Tipu Sultan – ‘म्हैसुर का शेर’ इस नाम से टिपू सुल्तान को जाना जाता है। भारतीय इतिहास में ऐसे कई दिग्गज हुए हैं जिनके बारे में पढ़ना, उनके बारे में लिखना और उन्हें गहराई से जानने की इच्छा व्यक्त होती है। इन्हीं दिग्गजों में से एक थे मैसूर के मशहूर शासक टीपू सुल्तान। जहां एक ओर प्रतापी राजाओं महाराणा प्रताप, बाजीराव पेशवा, पृथ्वीराज चौहान जैसे हिन्दू राजाओं की बात होती है, वहीं दूसरी ओर मैसूर में जन्मे टीपू सुल्तान को भी लोग याद रखते हैं।
Tipu Sultan History |
पूरा नाम – सुल्तान फतेह अली खान शाहाब
जन्म – 20 नव्हंबर 1750
जन्मस्थान – युसुफाबाद (कर्नाटक)
पिता – हैदर अली
माता – फतीमा फकरुन्निसा
शिक्षा – फार्सी, कानडी, उर्दू, अरबी इस भाषा पर प्रभुत्त्व। उन्होंने खुद के गणित और शास्त्र के आधार पर पंचाग तयार किया था।
विवाह – सिंध सुल्तान के साथ।
टिपू सुल्तान का इतिहास – Tipu Sultan History In Hindi
15 साल के उम्र से टिपू सुल्तान ने अपने पिता हैदर अली के साथ जंग मे हिस्सा लेने की शुरवात की। वो बहोत अभिमानी और आक्रामक स्वभाव का था। वो गुरिल्ला युद्ध से जंग लढ़ने मे माहिर था। रात कभी भी छापा डालना, समझौता – शांति पालन न करना, समय आनेपर पीछे हटकर छापा डालना ऐसे प्रकार भी वो करते थे।
साम्राज्य विस्तार और राज्य मजबूत बनाने के लिये वो सभी तरह के प्रयास किये। फ्रेंच के संबध आने पर सैनिको का आधुनिकीकरण किया।
ख्रिश्चनीकरण के खिलाफ धर्म बदल के मोहीम चलायी। आसपडोस के देशों से व्यापार संबध अच्छे करने के लिये प्रयास किये। टिपू सुल्तान 17 साल सरकार चलाया। उन्होंने खुद की काल गिनती शुरु की। माप-वजन-सिक्के इसमे बदल किये। टिपू सुल्तान को ग्रंथ संग्रह करने का शौक था। ‘फर्मान – बनाम – अलीराज्य’ और ‘फतह – उल – मुजहिददीन’ इन दो ग्रंथो की रचना उन्होंने की।
सैनिक और पराक्रमी टिपू सुल्तान को मात गिराने के लिये लार्ड कॉर्नवॉलीसन ने उनके खिलाफ अग्रेंज – मराठा – निजाम ऐसा संघ स्थापन किया।
1799 के आसपास वेलस्लिने टिपू सुल्तान के खिलाफ जंग शुरु की। उसमे उनकी मौत हुयी। लेकीन प्रजाहितदक्ष शासक, उच्च न्यायाधीश विदेशी दोस्ती अधिकारी और सर सेनापती ऐसे रोल करने वाले टिपू सुल्तान ने म्हैसुर का नाम दुनिया के नक्षे पर लाया। कर्नाटक के श्रीरंगपट्टना मे टिपू सुल्तान का अग्रेंजो ने धोके से कत्ल किया। फिर भी टिपू सुल्तान अग्रेंजो से आखरी सास तक लढते रहे।
विशेषता – Tiger Of Mysore
मृत्यु – 4 मई 1799
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