मंगलवार, 1 मई 2018

पेट दर्द के उपचार

पेट दर्द के उपचार

नमस्कार दोस्तो, मै Amit Vaishnav आज आपके 
लिए लेकर आया हूँ एक स्वास्थ्य से सम्बंधित पोस्ट।
जिसमे आज हम जानेंगे पेट दर्द के उपचार तो समय को नष्ट न करते हुऐ शुरू करते है।

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पेट में दर्द होना एक आम समस्या है ,जिससे लगभग सभी व्यक्तियों को जीवन में बार बार सामना करना पड़ता है | इनके कई अलग अलग काऱण हो सकते है । पेट दर्द के मुख्य कारण कब्ज का होना, ज्यादा गैस बनना, अपच, विषाक्त भोजन सेवन करना आदि सकता हैं।यहाँ पर हम कुछ आसान से उपाय बता रहे है जिसको करके आप पेट दर्द में आराम प्राप्त कर सकते है ।

पेट दर्द के सामान्य कारण:-

1.अमाशय में ज्यादा अम्ल बनना, पेट में बैक्टीरिया का फैलाव होना, कीड़े होना, जिगर का बढ़ जाना आदि इन कारणों से सामान्यतः: पेट में दर्द होता हैं

2.नाभि में दर्द होने का कारण – आंतों में कीड़ें लगने की वजह से
3.नाभि के ऊपर का दर्द – गैस बनने की वजह से
4.ऊपरी हिस्से व दाई तरफ – यह दर्द जिगर में तकलीफ होने के वजह से होता है
5.नाभि में दाई तरफ – यह किडनी में दर्द होने के वजह से होता है

  • संक्षिप्त में – यह भी होते हैं कारण
  1. गन्दा पानी पीना, कई दिनों की रखी बोतल का पानी
  2. ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स पिने से भी पेट के ऊपरी हिस्से आदि कई भी दर्द बन जाता हैं
  3. भोजन को ठीक से न पचाने से भी यह शिकायत होती हैं
  4. भोजन करने के तुरंत बाद ज्यादा पानी पिने से भी दर्द होता है
  5. कच्ची रोटी व सब्जी खाने से भी पेट में गंभीर रोग हो जाता है
  6. किसी भी तरह के कच्चे भोजन का सेवन करना
  7. पूरी तरह से पेट साफ़ नहीं होने की वजह से
  8. भोजन करते समय बार-बार पानी पिने से भी पेट के बीच मे दर्द बनता है
  9. कब्ज, अजीर्ण, अपचन, बदहजमी आदि रोग के वजह से भी पेट दर्द होता है
  10. पेट की अंतड़ियो (आंतो) के कमजोर होने से भी पेट में दर्द होता हैं
  11. पेट में गैस बनने के वजह से भी ज्यादातर लोगों को दर्द होता है
  12. शरीर में पानी की कमी के कारण भी कई लोगों को दर्द बनता है
  13. ठंडा दूध पिने से भी पेट में दर्द जैसी शिकायत होने लगती हैं
  14. ठीक तरह से मल निष्कासन नहीं करना (समय पर लेटरिंग नहीं जाना)
  15. पाचन तंत्र की कमजोरी व गड़बड़ी
  16. पेट में सूजन, छोटी बड़ी आंतों की सूजन
  17. पेट में पथरी की शिकायत होने से भी दर्द होता है

> पेट दर्द के प्रकार :-
 यह दर्द करीबन आठ प्रकार का होता हैं जो की निम्न हैं 

1.वातोदर – पेट में गैस के वजह से होता हैं
2.जलोदर – पेट में अत्यधिक पानी भरने की वजह से
3.पित्तोदर– पित्त के वजह होता है
4.कफ़ोदर – कफ के वजह से होता है
5.सन्निपतोदर – यह भी सन्निपात के वजह से होता है
6.प्लीहोदर – प्लीहा से होता है
7.कब्ज – यह कब्ज, अपचन, मलावरोध से होता है
8.घाव – पेट में घाव से होने वाला दर्द



लक्षण:-

वैसे पेट दर्द का एक ही लक्षण हैं और वह हैं पेट के किसी भी हिस्से में दर्द का एहसास होना. बस यह दर्द ही पेट दर्द का लक्षण हैं. यहां निचे हम इसके लक्षण व उनसे होने वाले नुकसान व शारीरिक परिवर्तन के बारे में बता रहे हैं.
  • पेट का फूलना जिसे हिंदी भाषा में अफारा रोग भी कहते हैं. इसमें रोगी का पेट फुला-फुला सा रहता हैं, पेट में भारीपन का एहसास भी होता हैं.
  • भूख की कमी – पेट दर्द के वजह से भूख को काफी क्षति पहुंचती हैं, जिससे रोगी की भूख कम हो जाती हैं
  • पेट ऐसा दर्द हैं जो हमारे रोए-रोए खड़े कर देता हैं, लम्बे समय से हो रहे पेट दर्द से शरीर बहुत कमजोर और पतला हो जाता हैं जिससे रोगी को चक्कर भी आने लगते हैं.
  • खट्टी डकार – हर एक खट्टी डकार यह सुचना देती हैं की आपके पेट में कुछ गड़बड़ हैं. और पेट दर्द में तो यह और भी बढ़कर आने लगती हैं.
  • गैस की शिकायत – पेट दर्द के वजह से गैस बनना शुरू होती हैं, और अगर रोगी को खराब भोजन के वजह से पेट में दर्द हो रहा है तो उसकी गैस से बधबू भी बहुत बुरी आती हैं. इसमें रोगी को गैस की शिकायत और बढ़ जाती हैं.
  • पेट में रुक-रुक कर दर्द व पेट में हलचल व हल्का सा दर्द होना भी पेट दर्द का लक्षण हैं. यह दर्द पेट के ऊपरी हिस्से, पेट के निचले हिस्से, पेट के दाई तरफ, पेट के बाई तरफ व पेट के बिच में कई भी हो सकता हैं. और हर तरह के दर्द के इलाज के लिए विभिन्न तरीके होते हैं.
  • पेट दर्द के कारण रोगी भोजन को ठीक से पचा नहीं पाता हैं इसी वजह से कई बार रोगी उलटी भी करने लगता हैं. और शरीर क भोजन न मिलने से रोगी का शरीर बहुत दुबला होने लगता हैं.
पेट दर्द के उपचार:-

1.पेट दर्द मे हींग बहुत ही लाभकारी है। 5 ग्राम हींग थोडे पानी में पीसकर पेस्ट बनाएं। इसे नाभी पर और उसके आस पास लगायें फिर क़ुछ देर लेटे रहें। इससे पेट की गैस निकल जायेगी और दर्द में राहत मिलेगी ।

2.जीरा पेट दर्द मे बहुत हि लाभदायक है । जीरा को तवे पर भून ले । 2-3 ग्राम की मात्रा गरम पानी के साथ दिन मे 3-4 बार लें या वैसे ही चबाकर खाये शीघ्र लाभ प्राप्त होता है|

3.10 ग्राम तुलसी का रस पीने से पेट की मरोड़ व दर्द जल्दी ही ठीक होता है।

4.त्रिफला का 100 ग्राम चूर्ण में 75 ग्राम चीनी मिलालें इस चुर्ण का 5 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 -3 बार पानी के साथ सेवन करें। इससे पेट की सभी बीमारियां समाप्त होती हैं। 

5.सूखा अदरक को मुहं मे चूसने से पेट दर्द में तुरन्त राहत मिलती है।

6.पेट दर्द में पानी में थोडा सा मीठा सोडा डालकर पीने से फ़ायदा होता है।

7.बिना दूध की चाय पीने से भी पेट दर्द में आराम मेहसूस होता हैं।

8.अजवाईन तवे पर भून लें। इसको काला नमक के साथ मिलाकर 2-3 ग्राम गरम पानी के साथ दिन में 3 बार लेने से पेट के दर्द में शीघ्र आराम मिलता है। 

10.एक चम्मच अदरक के रस में 2 चम्मच नींबू का रस और थोडी सी चीनी मिलाकर दिन मे 3 बार लेने से भी पेट दर्द में आराम मिलता है।

11.किसी भी पेट दर्द में केला खाना लाभकारी होता है। केला एक पोषक आहार होता है। केले का सेवन से पेट दर्द में शीघ्र आराम मिलता है।

12.नींबू के रस में काला नमक, जीरा, अजवायन चूर्ण मिलाकर दिन में तीन चार बार लेने से पेट दर्द से आराम मिलता है। 

13.हरा धनिया का रस एक चम्मच शुद्ध घी मे मिलाकर लेने से पेट के दर्द में शीघ्र आराम मिलता है। 

14.अनार पेट दर्द मे बहुत लाभदायक माना गया है। अनार के बीज थोडी मात्रा में नमक और काली मिर्च के साथ दिन में दो तीन बार लें। 

15.मूली की चटनी, अचार, सब्जी या मूली पर नमक, काली मिर्च डालकर खाने से पेट के सभी रोग दूर होते है।  
16.सौंठ का 1 चम्मच चूर्ण और सेंधा नमक को एक गिलास पानी में गर्म करके पीने से पेट दर्द खत्म हो जाता है। 

17.इसबगोल को दूध के साथ रात को सोते वक्त लेते रहने से पेट के दर्द में आराम मिलता है । 

18.प्याज को आग में गर्म करके रस निकाल लें और इस रस में नमक मिलाकर पीएं। इससे भी पेट का दर्द ठीक हो जाता है। 

19.दो चम्मच ग्राम सौंफ़ रात भर एक गिलास पानी में गलाएं इसे सुबह खाली पेट छानकर पीयें पेंट दर्द मे आराम मिलता है ।

20.चौलाई की सब्जी बनाकर खाने से पेट की सभी बीमारियां समाप्त होती है।

21.अमृतधारा 4 बून्द बताशे में डालकर खाने से पेट दर्द से तुरंत राहत मिलती हैं.  इसे आप घर पर भी बना सकते हैं – (अजवाइन सात, कपूर और पिपरमेन्ट सभी को 25-25 ग्राम, छोटी इलाइची का तेल, दालचीनी का तेल, लौंग का तेल इन सभी को 10-10 ग्राम लें, या सभी दवाई साफ़ स्वच्छ शीशी में डालकर 10-15 मिनट तक अच्छे से हिलाये. यह सभी वस्तुए मिलकर ‘अमृतधारा’ बन जाएंगी. यह पेट दर्द के चूर्ण का रूप ले लेंगी. खांसी, जुकाम, बदहजमी, पेट दर्द, दर्द, हैजा, दांत दर्द, बिच्छू दंश आदि इन सभी रोगों में रामबाण इलाज के भांति काम करेगी|

22.इमली के ऊपर की सुखी छाल जला लें. यह भस्म 3 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ खाने से पेट दर्द में तुरंत राहत मिलती हैं, दर्द दूर होता हैं.

23. ग्वारपाठे के एक पत्ते को छानकर उसका गुदा निकालकर तथा चीनी मिलाकर रोगी को खिला दें. इस आसान से प्रयोग से (अगर पेट दर्द नाभि के आस पास या उससे निचे की तरह हो तो) 5 मिनट में पेट दर्द ख़त्म हो जाता हैं.

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