सोमवार, 12 मार्च 2018

नासा का सूरज पर जाने का मिशन 2018

हैल्लो दोस्तो आपका स्वागत है, मै Av Hindi  Creator आज आपको नासा के सन मिशन के बारे में बताने वाला हूं और इसके साथ ही यह भी बताने वाला हूं कि कैसे आप अपना नाम सूरज पर भेज सकते हो, तो पढ़ते रहिए इस ब्लॉग को अंत तक, अब ज्यादा समय नष्ट न करते हुए शुरू करते है।


तो चलिए शुरू करते है:-

― SUN MISSION OF NASA 2018 ―



सूरज से कई अलग-अलग वेवलेंथ में हानिकारक रेडिएशन निकलती है जो कि हमारे सौरमंडल के ग्रहों को गर्म करती है और एनर्जी प्रदान करती है लेकिन भले ही हम सूरज पर 150 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर एक बेहद घने वातावरण के नीचे रहते हैं फिर भी यह किरणें हमारी त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है।

 सूर्य की इन्हीं किरणों के आंकड़े हासिल करने के लिए नासा एक अंतरिक्ष यान को सूरज के बेहद करीब भेज रहा है यह यान सूरज के इतना करीब जाएगा कि जितना और कोई भी यान आज तक नहीं गया, नासा को उम्मीद है कि यह यान पिघलने से पहले हर तरह की जानकारी हासिल कर लेगा, इसके साथ ही दोस्तों अगर आप की ख्वाहिश है की इस मिशन के साथ आपका नाम भी सूरज पर भेजा जाए तो खुश हो जाइए क्योंकि NASA बिल्कुल फ्री में आपका नाम सूरज पर भेज रहा है।

आप इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें क्योंकि जिसको भी अपना नाम सूरज पर भेजना है वह भेज सके क्योंकि इसकी अंतिम तारीख 27 अप्रैल 2018 है, इस तारीख के बाद कोई भी नाम स्वीकार नहीं किया जाएगा।

अंतरिक्ष यान पार्कर सोलर प्रोब का नाम एक मशहूर एस्ट्रोनॉमर Dr. Eugene N. Parker के नाम पर रखा गया है इस यान को 2018 की गर्मियों में लॉन्च करने की योजना बनाई जा रही है यह यान सूरज के पास जाने में ज्यादा समय नहीं लेगा और सूरज की सतह से 60 लाख किलोमीटर तक पहुंच जाएगा, कहने को तो यह दूरी बहुत ज्यादा लग रही है लेकिन यह यान सूरज के वातावरण और तापमान को पृथ्वी से 520 गुना अधिक पैमाने पर अनुभव करेगा यानी कि लगभग 1,377 डिग्री सेल्सियस तापमान का सामना करेगा, इसके साथ ही अंतरिक्ष यान हाई रेडियो एक्टिविटी का भी सामना करेगा।

 इस मिशन में यह यान कई बार सूरज के खतरनाक इलाकों में अंदर और बाहर चक्कर लगाएगा और किसी दूसरे अंतरिक्षयान के मुकाबले 7 गुना अधिक नजदीक पहुंच जाएगा, पिछली बार 1976 में एलियास 2 नाम का अंतरिक्ष यान सूरज के पास पहुंचा था तब इस यान की सूर्य से दूरी 430 लाख किलोमीटर थी, पार्कर सोलर प्रोब सूरज की सबसे बाहरी सतह कोरोना तक पहुंचेगा जिसके बारे में हम अभी तक कुछ ज्यादा नहीं जानते।

 उम्मीद जताई जा रही है कि यह यान सूरज की बाहरी परत के रहेश्यो को खोल देगा, 1.5 बिलियन डॉलर की लागत से तैयार इस यान को 31 जुलाई 2018 को फ्लोरिडा में स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंट्रल से लॉन्च किया जाएगा, अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला तो यह यान 7 साल में सूरज की बाहरी परत के पास 24 बार जाएगा, इस यान के बाहर एक 4.5 इंच मोटी कार्बन कंपोजिट शील्ड लगाई गई है जो कि इस यान को सूरज से निकलने वाली हानिकारक किरणों से बचाएगी यानी कि इस यान को 1,377 डिग्री तापमान तक सुरक्षित रखेगी।

 पार्कर सोलर प्रोब का आकार एक कार के बराबर है नासा का कहना है कि यान के अंदर लगे उपकरण इतने हाई टेंपरेचर को सहन कर लेंगे और यान के अंदर सामान्य तापमान पर काम करेंगे, यह उपकरण कई सारी चीजें नापेंगे जिससे कि हमें सूरज के बारे में कई नई जानकारियां मिलेगी, इसके साथ ही इसके चुंबकीय क्षेत्र, इलेक्ट्रिक फील्ड और सोलर विंड को समझने में भी सहायता मिलेगी, वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह सब जानने के बाद हम सूरज के दो महत्वपूर्ण रहस्यों को जान जाएंगे, पहला तो यह है कि सोलर विंड की गति तेज कैसे होती है और दूसरा यह की सूरज की बाहरी परत कोरोना का तापमान उसकी सतह से इतना ज्यादा क्यों होता है।

 नासा के मुताबिक सूरज की सतह का तापमान 5,500 डिग्री सेल्सियस है जबकि उसके वातावरण का तापमान 20 लाख डिग्री सेल्सियस है, यह मिशन हमारे सौरमंडल के इस विशालकाय तारे के बारे में बहुत कुछ बता पाएगा और यह भी संभव है कि इस आग की भट्टी के पास जाकर यह यान सभी तरह के आंकड़े पृथ्वी पर भेज दे, तो हो सकता है कि हमें इन सवालों के एकदम सही जवाब मिल जाए।

 वैज्ञानिक ऐसी आशा कर रहे हैं कि सूरज के इतने पास जाकर यह यान पिघलने से पहले हमें हमारी जरूरत के आंकड़े भेज सके, वैसे मैं यह बता दूं कि कई लोगों का सवाल होगा कि सूरज के पास तो कोई जा ही नहीं सकता इसलिए या तो नासा पागल हो गया है और या फिर हमें झूठी खबर बता रहे हैं तो उन लोगों को बता दु की यह कोई झूठी खबर नहीं है इसे आप नासा की वेबसाइट पर जाकर भी देख सकते हैं।


पहले इस अंतरिक्ष यान का नाम सोलर प्रो प्लस था लेकिन मई 2017 में इसे यूजीन पारकर के नाम पर रख दिया गया, जिन्होंने 1958 में सोलर विंड के होने की बात कही थी, जहां तक की इस यान की गति की बात है तो जब यह यान सूरज के सबसे ज्यादा नजदीक होगा तो इसकी गति 4 लाख 30,000 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी यानी कि यह यान एक सैकेंड में 201 किलोमीटर की दूरी तय करेगा इसकी गति इतनी ज्यादा है कि हम इस गति से धरती से चंद्रमा की दूरी मात्र 30 मिनट से भी कम समय में तय कर सकते हैं, यह यान अब तक का सबसे अधिक गति वाला यान है ऐसा कहा जा रहा है कि इस मिशन में यान के अंदर एक माइक्रोचिप भी जाएगी जिसमें लोगों के नाम मौजूद होंगे, स्टार ट्रेक टीवी सीरीज के एक्टर विलियम शंटर्न ने इसकी पहल की थी और उनका कहना था कि अब लोगों के नाम सूरज के बाहर मौजूद बेहद गर्म वातावरण में दिखाई देंगे इस इस चिप के साथ ही यह यान यूजीन पारकर और उनकी खोज से संबंधित सभी तस्वीरों को भी अपने साथ ले जाएगा।

 इस मिशन के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर पैट्रिक हिल का कहना है कि अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों के नाम उन्हें प्राप्त हो चुके हैं दोस्तों अगर आपको सूरज के पास अपना नाम भेजना है तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपना नाम भेज सकते हैं यह बिल्कुल फ्री है और इसकी आखिरी तारीख 27 अप्रैल 2018 रखी गई है उसके बाद नाम स्वीकार नहीं किए जाएंगे,
नासा का यह मिशन बहुत ही खतरनाक है जिसमें एक छोटी सी गलती भी सारे अरमानों पर पानी फेर सकती है यानी कि सिर्फ एक गलती और यान सीधा सूरज में समा जाएगा।

सूरज पर अपना नाम भेजने के लिए क्लिक करे और दिये गए निर्देशों का पालन करे


मेने भी अपना नाम सूरज पर भेज दिया है और आप उसका सर्टिफिकेट भी देख सकते है।


तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही।
यहा आने का धन्यवाद।।

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