गुरुवार, 15 मार्च 2018

क्या होता है मरने के बाद ?

नमस्कार दोस्तो, एक बार फिर स्वागत है आपका , मै Av Hindi Creatorआज एक बार फिर लेकर आया हूँ आपके लिए एक रोचक पोस्ट, जिसमे आज हम बात करेंगे कि आखिर मरने के बाद होता क्या है ?तो अब समय नष्ट न करते हुए शुरू करते है।


तो चलिए शुरू करते है:-


 ◆ क्या होता है मरने के बाद ? ◆





मरने के बाद क्या होता है यह दुनिया के सबसे रोचक प्रश्नों में से एक है, हम अपनी उम्र को हरी सब्जियां खाकर और व्यायाम करके बढ़ा तो सकते है पर अमर नहीं हो सकते।

 आज की टेक्नोलॉजी की बात करें तो कभी ना कभी सब की मौत होनी ही है जिसे जीवन मिला है उसकी मौत होनी ही होनी है, तो आखिर मौत के बाद क्या होता है ? मैं हमारे फिजिकल शरीर की बात नहीं कर रहा क्योंकि फिजिकल शरीर तो आखिरकार कभी ना कभी मिट्टी में मिल जाता है, मैं बात कर रहा हूं कि मरने के बाद हमारी आत्मा, सोच, चेतना आदि आखिरकार कहां जाती है ?

 अभी आप जिंदा हो मतलब कि आप अभी महसूस कर पा रहे हो कि आप अभी हो, इसे चेतना कहते हैं। तो सवाल यह है कि क्या मरने के बाद भी आप अपने होने को महसूस करते हो या फिर बिल्कुल शून्य हो जाते हो ?

 आप एक प्रयोग कीजिए जिसमें आप सोचिए कि मरने के बाद कैसा लगता होगा तो आपको ऐसा लगेगा कि आप यह सोच ही नहीं पा रहे हो और आप अपने नहीं होने को सोच ही नहीं सकते, तो इसका मतलब यह है कि आप मरने के बाद भी अपने आप को महसूस कर पाओगे।

 इस दुनिया में 4,200 धर्म है और सब की अपनी अलग-अलग मान्यताएं है कि मरने के बाद क्या होता है। लेकिन असल में सिर्फ एक ही ग्रुप है जो असल में जानती है कि मरने के बाद आखिर में होता क्या है, यहां मैं किसी धर्म की बात नहीं कर रहा, यहां मैं बात कर रहा हूं मरे हुए लोगों के बारे में, तो चलिए मरे हुए लोगों से ही पूछते हैं कि आखिर मरने के बाद क्या होता है।

 अब आप अपने मन में सोच रहे होंगे कि यह तो बिल्कुल पागल वाली बात है साफ-साफ बताना। देखिए दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो कि दावा करते हैं कि वह मर कर भी वापस जिंदा हो चुके हैं, जी हां यह एक दम सच है और आधुनिक भाषा में इसे हम NDE कहते हैं यानी कि नियर डेथ एक्सपीरियंस, आपने भी ऐसी घटना के बारे में कभी ना कभी जरूर सुना होगा और आजकल तो भारत के गाँवो मैं ऐसी घटना सामान्य है।

 पर पूरी दुनिया की जनसंख्या में बहुत ही कम लोगों ने इसे महसूस किया है जिन लोगों को यह महसूस हुआ है उन लोगों में अलग-अलग व्यक्ति अलग-अलग चीजों को महसूस करता है उन लोगों का कहना है कि वह किसी दूसरी दुनिया में चले जाते हैं, एक अलग आयाम में और बहुत अजीब सा महसूस करते हैं और फिर वापस अपने शरीर में आ जाते हैं, तो आखिर वह क्या महसूस करते हैं यही तो हम जानना चाहते हैं क्या वह सच में इस चीज को महसूस करते हैं जो कि इस दुनिया से परे है ?

 2011 में एक इंसान की सर्जरी हो रही थी पर वह सर्जरी फेल हो गई और डॉक्टर्स ने कहा कि वह इंसान मर चुका है मतलब डॉक्टर्स ने उस इंसान को मृत घोषित कर दिया, पर कुछ मिनट बाद मॉनिटर में अपने आप गतिविधि होने लगी और डॉक्टर्स उसे बचाने में कामयाब रहे, जब वह इंसान कुछ मिनट अपने शरीर में नहीं था तब उसकी सांसे रुक गई थी और तब उस इंसान ने कुछ महसूस किया था उस इंसान ने उस कुछ को इस प्रकार परिभाषित किया की:- "वह कुछ नहीं होने को महसूस कर रहे थे, मतलब उन्हें ऐसा तो नहीं लग रहा था कि वह तैर रहे हैं पर वह सिर्फ थे, वह अपने होने को महसूस कर पा रहे थे।"

अब एक दूसरी केस है एक कॉलेज स्टूडेंट की जो नींद की गोलियों के ओवरडोज के कारण गिर पड़ा और फिर पड़ोसियों ने एक एंबुलेंस बुलाई, पर जब एंबुलेंस उसे हॉस्पिटल ले जा रही थी तो उस दौरान उसकी मौत हो गई थी, अब आप इसे चमत्कार कहिए या कुछ और पर 3 मिनट बाद उसे फिर से होश आया और उसने इन 3 मिनटों में क्या महसूस किया इसे उस लड़के ने कुछ इस प्रकार बताया है:- " उसने यह कहा कि वह अपने शरीर से निकल चुका था और वह अपने ही शरीर को उस एंबुलेंस में देख रहा था मतलब उसकी आत्मा उसके शरीर से निकल कर अपने ही शरीर को देख रही थी।" यह बहुत अजीब लगता है पर क्या जो उस लड़के ने महसूस किया था वह उसकी आत्मा थी या फिर दिमाग का कोई भ्रम, इस बात की परीक्षा लेने के लिए जो लोग एंबुलेंस में थे उन्होंने परीक्षा लेने के लिए उस लड़के से पूछा की उस 3 मिनट के अंदर डॉक्टर्स ने एंबुलेंस में क्या-क्या किया ?

पर उस लड़के ने एक-एक शब्द को जो कि डॉक्टर्स बोल रहे थे उसे फिर से बता दिया और उस 3 मिनट के दौरान एंबुलेंस किस मोड से गुजर रही थी उसे सब याद था, इसका मतलब वह जो बोल रहा था वह एक दम सच था और ऐसा हजारों नहीं बल्कि लाखों लोगों ने महसूस किया है और अलग-अलग लोग अलग-अलग चीजों को महसूस करते हैं।

 रिसरचर्स ने उन अनुभवों को एक साथ रखा जो ज्यादातर सबको होता है सबसे सामान्य अनुभव जो होता है वह है एक सुरंग का अनुभव, मतलब लोगों को लगता है कि वह मरने के बाद किसी सुरंग से गुजर रहे हैं और कई लोग अपने ही शरीर को एक दूरी से देखते हैं।

मरने के बाद जो अनुभव होता है वह बहुत ज्यादा अजीब होता है मतलब आप सोच भी नहीं सकते कि वह कैसा अनुभव होता है इसीलिए वह लोग उस अनुभव को शब्दों में बयान नहीं कर पाते, वह उस लकीर को अनुभव करते हैं जो मौत और जिंदगी के बीच होती है पर अब कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें कुछ महसूस नहीं होता मतलब उनके लिए यह दुनिया नहीं होती है पर वह खुद होते हैं मतलब कि कुछ नहीं होने के बावजूद भी वह अपने आप को महसूस कर रहे होते हैं।

अब आप बताइए कि क्या आप समय को छू सकते हो नहीं आप नहीं छू सकते, लेकिन जिन लोगों ने नियर डेथ एक्सपीरियंस किया है उनमें से ज्यादातर लोगों ने कहा है कि उस समय वह समय को देख सकते हैं मतलब की वह समय को एक फिजिकल ऑब्जेक्ट की तरह देख पाते हैं, मैं जानता हूं कि आपको यह बातें थोड़ी नहीं बल्की बहुत ज्यादा अजीब लग रही होगी, पर सच्चाई यही है।

 तो अंत में हमें पता चलता है कि हमारा शरीर तो मर जाता है लेकिन हमारी आत्मा नहीं मरती, हमारी मैं वाली फीलिंग कभी नहीं मरती और या फिर हमारा पूर्व जन्म होता है जिसके बारे में मैंने एक और  पोस्ट लिखी  है और उसका लिंक नीचे दिया गया है तो अब आप ही कमेंट करके बताइए कि इस बात में कितनी सच्चाई है।

क्या पुर्नजन्म सम्भव है ?

आज के लिए बस इतना ही।
यहा आने के लिए धन्यवाद।।

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