रविवार, 11 मार्च 2018

PULSE टॉफी का इतिहास और कुछ रोचक बातें

हैल्लो दोस्तो मै AV HINDI CREATORआज आपके लिए लेकर आया हूँ एक रोचक ब्लॉग जो कि आप को जरूर पसंद आएगा।
आज का यह ब्लॉग PULSE CANDY पर है जिसे आपने कभी न कभी जरूर खाया होगा।
तो समझ नष्ट न करते हुए शुरू करते है।


तो चलिए शुरू करते है-



– कहानी पल्स टॉफी की:-

दोस्तो यह तो सुना था कि बून्द बून्द से घड़ा भरता है लेकिन यह कभी नही सुना कि 1-1 रुपये से 300 करोड़ हो सकते है।
दोस्तो में बात करने जा रहा हु लगभग 3 साल पहले लांच हुई PULSE CANDY की, जिसने अपनी लॉन्चिंग के महज 8 महीने में 100 करोड़ ओर 2 साल में 300 करोड़ का बिजनेस कर लिया है।
रजनीगंधा, पास पास और कैच मसाला बनाने वाली कंपनी  DS GROUP ने साल 2015 में इस कच्चे आम की स्वाद वाली टॉफी को बनाया था, जिसके बाद इस टॉफी ने बहोत जल्द विश्व की बड़ी बड़ी विदेशी कंपनियों को पीछे छोड़ कर लोगों की जुबान पर अपनी जगह बना ली।

दोस्तो ऐसी बात भी नही है कि भारतीयों ने इस स्वाद की टॉफी पहले कभी नही खाई इससे पहले भी PARLE, KCHA MANGO BITE ला चुका है।
लेकिंन प्लस ने इस स्वाद को एक नया रूप दिया और कच्चे आम के स्वाद के साथ इसमे कुछ खट्टे, मीठे मसाले इसमे डाले गए, जो कि इस के स्वाद को एकदम अलग और बहोत मज़ेदार बनाता है।

अब यहा तक कि इसका क्रेज़ इतना ज्यादा था कि कुछ लोगो ने तो शुरुआत में तो इसके पूरे डिब्बे ही खरीद लिए थे, ओर इस कारण मार्केट में इसकी डिमांड बहोत ज्यादा हो गई ओर सप्लाई कम जिस कारण यह ब्लैक में मिलने लगी थी ओर कुछ लोकल कंपनीयो ने तो इसका डुप्लीकेट निकालना भी शुरू कर दिया।

दोस्तो ds group की इस टॉफी को सबसे पहले फरवरी 2015 में ट्रायल के लिए गुजरात मे लॉन्च किया गया था जहाँ लोगो ने इसे इतना पसंद किया कि इसकी सप्लाई पूरे भारत मे होने लगी ओर देखते ही देखते इस 1 रुपये की कीमत वाली टॉफी ने 300 करोड़ रुपये की बिक्री करते हुए OREO जैसी मल्टीनेशनल कंपनी को भी पीछे छोड़ दिया, इससे पहले 2011 में लॉन्च हुए oreo बिस्किट की बिक्री 283 करोड़ हुई थी ओर COCA-COLA द्वारा खुब प्रचार किए गए COC ZERO बिक्री भी 120 करोड़ रह चुकी है।

और हा इस टॉफी की खास बात यह भी है कि इस के प्रचार में कोई खास खर्चा नही किया गया, इसका स्वाद ही कुछ ऐसा था कि लोगो ने इसे खुद उपयोग में लिया और दोस्तो को भी खाने को बोला ओर इस तरह इस टॉफी की डिमांड बढ़ती गयी।
ds group ke सीनियर वाईस प्रेसिडेंट शशांत शुराणा का कहना है की यह टॉफी अपने स्वाद के कारण लोगो  की पसंद बनती जा रही है ओर अब हम इसे सिंगापुर, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका की दुकानों पर भी बेचने की तैयारी में है।

दोस्तो अब अंत मे हमे इस टॉफी की सफलता की एक शब्द में बताना हो तो वो है नवीनीकरण, pulse ने भी parle की कच्चे मैंगो बाईट की तरह टॉफी बनाई लेेकिन इसमे उन्होंंने खट्टे, मीठे मसाला का प्रयोग कर एक नया प्रोडक्ट मार्केट में उतारा, और अगर इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति ने कोई नये आईडिया के साथ काम किया है तो उसे जरुर सफलता मिली है।

आशा करता हूं कि आपको पल्स टॉफी के स्वाद के साथ इसकी यह कहानी भी पसन्द आई होगी, ओर हो सकता है कि अभी आपका मन इसे खाने का कर रहा हो।


तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही।।
यहा आने के लिए धन्यवाद।।

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