बुधवार, 28 फ़रवरी 2018

Top 10 चीज़े जो भारतीय कर सकते है अमेरिकन नही

हैल्लो दोस्तो में AV HINDI CREATOR आज आपके लिए लेकर आया हूँ  एक बहोत ही मजेदार ब्लॉग जिसे पढ़ने में आपको जरूर मजा  आएगा, तो बिना समय को नष्ट करते हुऐ शुरू करते है।

तो चलिए शुरू करते है- 



अगर आप एक इंडियन है तो आप यह जानते होंगे कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जिसमे हम पूरी तरह से आजाद हैं।
लेकिन भारत के बाहर ऐसा नही होता क्योकि दुनिया के ज्यादातर देशो में नियम से चलना पड़ता है।
तो आज हम उनमे से एक अमेरिका की तुलना भारत से करने वाले है।
आज हम जानेगे की ऐसी कौनसी चीजे है जो अमेरिकन्स नही कर सकते लेकिन भारतीय कर सकते है यहा में उन टॉप 10 चीज़ों के बारे में बताने जा रहा हूँ जो कि आप भारत मे कर सकते है लेकिन अमेरिका में नही।

1.सिनेमाघरों में शोर:-

हमारे लिए यह खुशी की बात है और हम खुश और हर्षित लोग है अगर सिनेमाघर में भले ही कोई फ़िल्म कितनी भी बोरिंग चल रही हो लेकिन भारतीय लोग जानते है कि दोस्तो के साथ उस बोरिंग फ़िल्म का मज़ा कैसे लेते है ओर कभी न कभी आपने भी यह सब किया होगा।
चिलाना और नाचना भारतीय सिनेमाघरों में एक आम बात है लेकिन अगर आप अमेरिका में ऐसा करोगे तो आपको सिनेमाघर से बहार निकाल दिया जाएगा।



2.माता-पिता के साथ रहना:-

यह भारतीय संस्कृति की शान है की हम अपने माता पिता के साथ रहते है 18 साल की आयु के बाद भी हम अपने माता पिता को नही छोड़ते फिर चाहे सामाजिक दबाव कितना ही क्यों न हो, हम हमेशा अपने परिवार के साथ रहते है।
लेकिन पश्चिमी संस्कृति वाले लोग ऐसा नही करते वह बस एक निजी जीवन जीते है और अपने माता पिता को गोपनीयता देते है।
पर भारतीय माता पिता अपने बच्चों के जीवन के लिए सपने देखते है, अमेरिका में माता पिता अपने बच्चों को अधिकतर 18 साल की आयु तक अपने पास रखते है वे उसके बाद उन्हें जॉब करने के लिए कहते है ओर



3.माता-पिता द्वारा तय की गईं शादी:-

कुछ लोग कहते हैं कि लव मैरिज अरेंज मैरेज से ज्यादा अच्छी होती है लेकिन सबको यह पता है कि सबसे ज्यादा तलाक भी लव मैरिज में ही होते हैं दुनिया में बहुत ही कम ऐसे देश है जहां अपने माता और पिता के पसंद की लड़की या लड़के के साथ शादी की जाती है यह भारत की बहुत पुरानी परंपरा है
लेकिन अमेरिकन लोग लव मैरिज ही करते हैं वैसे इसमें भी कोई खराबी नहीं है।



4.नेशनल हॉलिडे:-

आप यह जानकर हैरान मत होना की MERCER LLC द्वारा एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत मे सबसे ज्यादा नेशनल हॉलिडे है कई धर्मो ओर उनके त्यौहार हम मिलकर मनाते है बिना कोई मतभेद लिए जो कि एक अच्छी बात है और जिस कारण हमें बहुत सारे हॉलीडे मिलते हैं भारत में 1 महीने में कम से कम 8 हॉलीडे तो होते ही हैं वहीं अमेरिकन लोग छुट्टियों के लिए तरसते हैं।



5.हाथों से खाने को खाना:-

हम भारतीय अपने हाथों से खाना खाना पसन्द करते है लेकिन इस के साथ ही भारतीय चाकू, काटा, ओर चम्मच से भी खाना खा सकते है।
तो जिस तरह अमेरिकन्स खाना खाते है उस तरह हम भी खा सकते है लेकिन जिस तरह हम खाते है वो उस तरहे अमेरिकन्स कभी नही खा सकते।
वह बहोत कम ही अपने हाथों का इस्तेमाल खाना खाने को करते है।



6.ओवरलोडिंग में मास्टर:-

भारतीय लोग खुद की तुलना में अपने परिवार की ज्यादा परवाह करते है वह जब जरूरत होतो अपनी बाइक पर 5-6 लोगो को आराम से बिठा सकते है, ऐसा आपने भी कभी न कभी किया होगा या देखा होगा।
यहा बात मजबुरी की नही है बल्कि यह एक कला है जिसमे आपके पास ऐसा टेलेंट ओर एकाग्रता होनी चाहिए। भारत मे ऐसा टेलेंट आपको अक्सर देखने को मिल जाएगा।
अमेरिकन लोग ऐसा करने का सपने में भी नही सोच सकते।



7.मुफ्त की सलाह देना:-

दूसरे लोगो को मुफ्त की सलाह देने में हम भारतीय लोग काफी आगे है ओर कभी कभी तो हम किसी अनजान आदमी को भी सलाह देना पसन्द करते है।
ओर सबसे अच्छी सलाह तब दी जाती है जब भारतीय टीम क्रिकेट खेल रही हो, लोग मैच देखते देखते सलाह देते रहते हैं आपने अक्सर देखा होगा कि लोग कहते है इस को नही उसको भेजना था, इस बोल को ऐसे नही वैसे मारना था।
वास्तव में यह चीज़े हम सभी को प्रेरित करती है ओर इसके बिना क्रिकेट देखने मे मज़ा भी नही है जो अमेरिकन लोग नही करते।



8.मसालेदार खाना:-

एक भारतीय महिला बहोत ही कम समय मे मसालेदार खाना बना सकती है, भारतीय घरो की भगवान यानी कि माँ इतना स्वादिष्ट खाना बनाती है कि जिसकी तुलना आप किसी 5 स्टार होटल के साथ भी नही कर सकते।
पर अमेरिकन महिला जिसमे ज्यादातर महिलाओं को एक उम्र तक चाय बनाना भी नही आ पाता तो खाना बनाने की बात तो बहुत दूर की है।



9.खतरों के खिलाड़ी:-

सुरक्षा के बिना जो काम भारतीय लोग कर सकते है उन कामो को अमेरिकन लोग बिना सुरक्षा के नही कर सकते।
अगर बिजली के खम्बों पर चड़ कर कोई काम करना होतो भारतीय लोग आराम से कर लेते है, लेकिन वह लोग ऐसा करने का सपना भी नही देखते।
ओर भी कई ऐसे काम है जिनके बारे में आप भी जानते होंगे।



10.भाव ताल करना:-

वैसे पूरी दुनिया के लोगो को भारतीय लोगो से भाव ताल करना सीखना चाहिए, उसमे भी खास कर भारतीय महिलाओं से, दुनिया के ज्यादातर देशो के मुकाबले आप भारत मे सबसे ज्यादा भाव ताल करना देख सकते है।
ओर सबसे ज्यादा सब्जी वालो के पास, लेकिन भारत के बड़े शहरों में यह सब कम हो रहा है।
अमेरिका में फिक्स भाव होता है लेना होतो लो वरना रहने दो।


तो दोस्तो बस आज के लिए इतना ही अगर ब्लॉग पसन्द आया हो तो कमेंट करके प्रोत्साहित करें।
यह आने के लिए धन्यवाद।।

मंगलवार, 27 फ़रवरी 2018

Holi Festival

नमस्कार दोस्तों  आज मै AV HINDI CREATOR आपको बताने वाला हूं  इंडिया के Holi Festival के बारे में ।
जो आपको जरूर पसंद आएगा तो  समय नष्ट ने करते हुए शुरू करते है।



तो चलिए शुरु करते है-



1.क्यो मनाते है होली फेस्टिवल को (Why Celibate Holi Festival):-

दोस्तो आपने होली के त्यौहार से सम्बन्धित बहोत सारी कहानीया पढ़ी ओर सुनी होंगी आज मै उनमे से ही कुछ कहानियों के बारे मे बताने वाला हूँ।

1. प्रहलाद की कथा:-
यह कथा भक्त प्रहलाद के बारे में हैं,
पुराने समय मे हिरण्यकश्यप भारत का एक राजा था जो कि राक्षस की तरह था। वह अपने छोटे भाई की मौत का बदला लेना चाहता था जिसे भगवान विष्णु ने मारा था।
 इसलिए ताकत पाने के लिए उसने सालों तक तपस्या की औऱ आखिरकार उसे वरदान मिल गया,  लेकिन इससे हिरण्यकश्यप खुद को भगवान समझने लगा और लोगों से खुद की भगवान की तरह पूजा करने को कहने लगा। 
इस दुष्ट राजा का एक पुत्र था जिसका नाम प्रहलाद था और वह भगवान विष्णु का परम भक्त था। प्रहलाद ने अपने पिता का कहना कभी नहीं माना और वह भगवान विष्णु की पूजा करता रहा। 
स्वंयम के पुत्र द्वारा अपनी पूजा ना करने से नाराज हिरण्यकश्यप अपने पुत्र को मारने का निर्णय किया। उसने अपनी बहन होलिका से कहा कि वो प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठ जाए क्योंकि होलिका आग में जल नहीं सकती थी, होलिका के पास आग में ना जलने का वरदान था।
 उनकी योजना प्रहलाद को जला कर मारने की थी, लेकिन उनकी योजना सफल नहीं हो सकी क्योंकि प्रहलाद सारा समय भगवान विष्णु का नाम लेता रहा और बच गया पर भगवान विष्णु की लीला से होलिका जलकर राख हो गई। होलिका की ये हार बुराई के नष्ट होने का प्रतीक है। इसके बाद भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप का वध कर दिया, लेकिन होली से होलिका की मौत की कहानी जुड़ी है। इसके चलते भारत के में होली से एक दिन पहले बुराई के अंत के प्रतीक के तौर पर होली जलाई जाती है।

2.भगवान कृष्ण की कथा :-
यह कथा भगवान विष्णु के अवतार भगवान कृष्ण के समय की है। माना जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने पूतना नामक राक्षसी का वध किया था, इसलिए होली मनाई जाती है।
पूतना के वध करने के बाद सभी लोगो ने अपना हर्ष व्यक्त किया था, और रंग उड़ाए थे। श्री कृष्ण भी रंगों से होली मनाते थे जिस कारण होली में रंगों का विशेष महत्व है।




2.कब और कहा मनाते है होली (Where are Celebrate Holi):-

होली फेस्टिवल वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। यह प्रमुखता से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।



3.होली से सम्बंधित कुछ बाते (Facts Abot Holi):-

-होलिका दहन के अगले दिन को धुलण्डी भी कहा जाता है।
-होली को फाल्गुन मास में मनाने के कारण इसे फाल्गुनी के नाम से भी जाना जाता है।
-होली के दिन किसानो को बेहद ही ख़ुशी होती है क्योकि इस समय में फसले पक चुकी होती है।
-.मुग़ल काल में भी होली के किस्से मौजूद थे, जिसमे अकबर का जोधाबाई के और जहाँगीर का नूरजहाँ के साथ होली खेलने का वर्णन मिलता है।
-शाहजहाँ के समय में भी होली को आब-ए-पाशी या ईद-ए-गुलाबी के नाम से जाना जाता था।
-भारत में व्रज, मथुरा, वृन्दावन और बरसाने की लट्ठमार होली व श्रीनाथजी, काशी आदि की होली बहुत ही प्रसिद्ध है।



4.होली से सम्बंधित सामाजिक कुरीतिया:-

दोस्तो वैसे तो होली रंगों का त्यौहार है और यह उत्सव भारत के साथ साथ दुनिया के दुसरे हिस्सो में भी पूरे हर्ष उल्लासपूर्ण मनाया जाता है।
लेकिन इस मे कुछ सामाजिक कुरीतिया भी है जैसे कि  कुछ लोग भांग और शराब का सेवन कर इसे मनाते है, कुछ असामाजिक तत्व इस दिन महिलाओं और लड़कियों की रंग लगाने के बहाने छेड़ते है, लोग बहोत बार एक दूसरे पर कीचड़ फेखते है।
इन कुरूतियों को रोक कर हमें इस त्यौहार को मनाना चाहिए।



तो दोस्तो बस आज के लिए इतना ही।।
यह आने के लिए धन्यवाद।।

Top 8 Indian Comedy Youtube Channels 2018

नमस्कार दोस्तो में अमित वैष्णव ( AV HINDI CREATOR) आज आपके लिए लेकर आया हूँ भारत के टॉप 8 कॉमेडी यूट्यूब चैनल्स की लिस्ट।
इस लिस्ट को 2017 की ग्रोइंग रेट के अनुसार तैयार किया गया है।
इस लिस्ट में दिखाए गए चैनल्स इंडिविजुअल चैनल्स है ना कि बिजनेस चैनल।
तो बिना समय नष्ट किये शुरू करते है।



तो चलिए शुरू करते है--



8.ANGRY PRASH:-

दोस्तों हमारे लिस्ट में नंबर 8 पर है Angry Prash यह चैनल एक एडल्ट एनिमेटेड कॉमेडी चैनल है। इस चैनल को 7 नवंबर 2016 को बनाया गया था और तब से लेकर अब तक इस चैनल ने 6 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और 5 करोड़ से ज्यादा व्यू बटोर लिये है। दोस्तों इसमें आपको कॉमेडी के साथ साथ रोस्टिंग भी देखने को मिलेगी।




7.MAKE JOKE OF:-

हमारी लिस्ट में नंबर 7 पर है मेक जोक ऑफ, दोस्तों यह चैनल एक एनिमेटेड कॉमेडी चैनल है जो अपनी वीडियो को हिंदी में देते हैं इस चैनल को 1 अगस्त 2017 में ओपन किया गया था।
 इन्होंने अपने बेहतरीन कंटेंट से 15 लाख से ऊपर सब्सक्राइबर कर लिए और 12 करोड़ व्यू बटोर लिए। दोस्तों इनकी वीडियो थोड़ी हटकर होती है यह लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं। और सबसे बड़ी बात यह है कि यह अपने वीडियो में बिना अपशब्दों का प्रयोग किए ही बहुत अच्छी कॉमेडी वीडियो बना लेते हैं।



6.ROUND2HELL:-

दोस्तों हमारी इस लिस्ट में नम्बर 6 पर आता है Round2Hell, दोस्तो इस चैंनल को 20 अक्टूबर 2016 को ओपन किया गया था और तब से लेकर अब तक इस चैनल ने 12 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और 9 करोड़ से ज्यादा व्यू बटोर लिए हैं यहां आपको थोड़ी हट कर कॉमेडी देखने को मिलेगी और इस चैनल में कॉमेडी कंटेंट भी कुछ अलग है।



5.HARSH BENIWAL:-

यह कॉमेडी चैनल है जिसे हर्ष मेंटेन करते हैं इस चैनल को 6 मई 2015 को ओपन किया गया था और तब से लेकर अब तक यह चैनल 16 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर और 10 करोड़ से भी ज्यादा व्यू बटोर चुका है, यह हर्ष का ऑफिशियल चैनल है और हर्ष आपको बहुत मजेदार कॉमेडी कंटेंट देते हैं जिसे आपको जरूर देखना चाहिए।




4.CARRYMINATI:-

दोस्तों इस लिस्ट में नंबर 4 पर है CarryMinati, जिसके बारे में आप में से बहुत से लोग जानते होंगे यह एक रोस्टिंग चैनल है जिसे अजय नागर मेंटेन करते है।
 और इस चैनल में आपको हर उस वीडियो की रोस्टिंग मिलेगी जो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से फैल रहा है और जो इन्हें गलत लगता है इनके डिस्क्रिप्शन में इन्होंने यह लिख कर रखा है कि मैं वह बंदा हूं जो कि YouTube मनी के लिए लोगों की इंसल्ट करता हूं और मेरे पास दो Fortuner है लेकिन इसमें एक बात गलत यह है कि एक फॉर्चूनर इन्होंने YouTube मनी से ली है और दूसरी इनके पिताजी की है।
 इन्होंने 30 अक्टूबर 2014 को अपना YouTube करियर स्टार्ट किया था जब से लेकर अब तक उन्होंने 22 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और 26 करोड़ से ज्यादा व्यू ले लिए हैं। दोस्तों यह बहुत ही अच्छा कॉमेडी कंटेंट देते हैं और यह एक बहुत पॉपुलर चैनल है यह जब भी कोई वीडियो डालते हैं तो इनकी वीडियो छह-सात घंटे में ही ट्रेंडिंग पेज पर आ जाती है।



3.ASHISH CHANCHLANI VINES:-

दोस्तों नंबर 3 पर है आशीष चंचलानी वाइंस, यह एक एडल्ट कॉमेडी चैनल है इसे आशीष मेंटेन करते हैं और इस चैनल को 6 जुलाई 2009 को बनाया गया था जब से अभी तक इस चैनल ने 25 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और 22 करोड़ से ज्यादा व्यू बटोर लिए हैं यह इंडिया के रहने वाले हैं इन्होंने अपनी डिस्क्रिप्शन में कुछ लिखा नहीं है।
 दोस्तों आपको यह बताना चाहता हूं कि आशीष पहले अपनी वीडियो Facebook पर डालते थे और वहां से उन्हें अच्छा खासा सपोर्ट मिला।
 वह मूवी के कुछ पार्टस कि डबिंग भी करते थे जिस से भी वहे काफी पॉपुलर हुए।यह अपने आप में बहुत यूनिक है आप एक बार जाकर जरूर देखें।



2.AMIT BHADANA:-

दोस्तों यह एक कॉमेडी चैनल है जिसमें अमित भड़ाना एक्ट करते हैं और यह अपनी यूनीक एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं इनका कॉमेडी कंटेंट काफी अलग होता है।
 इस चैनल को 24 अक्टूबर 2012 को बनाया गया था और तब से लेकर अब तक इन्होंने 30 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर और 18 करोड़ से भी ज्यादा व्यू बटोर लिए है यह अपनी राइमिंग के लिए भी जाने जाते हैं इनके राइमिंग इनके वीडियो में चार चांद लगाती है।



1.BB KI VINES:-

दोस्तों तो अब हम पहुंच चुके हैं नंबर वन पर और यहां पर है BB Ki Vines, इसे भुवन बाम मेंटेन करते हैं। इस चैनल को 20 जून 2015 को ओपन किया गया था और तब से लेकर अब तक यह चैनल 60 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर और 72 करोड़ से भी ज्यादा व्यू बटोर चुका है।
 और दोस्तों BB अपने आपसे ही वीडियो बनाते हैं और अलग-अलग कैरेक्टर्स का रोल प्ले करते हैं इन्होंने Facebook से अपनी शुरुआत की थी और शुरुआती दिनों में इनका एक वीडियो पाकिस्तान में वायरल हो गया था जिसके कारण ही यह इतने फेमस हुए और पाकिस्तान के बाद यह धीरे-धीरे इंडिया में छा गए और जिससे इन्हें बहुत ज्यादा पॉपुलरटी मिली।
 और यह 2 साल से लगातार नंबर वन पोजीशन पर है इनका चैनल हमारे इंडिया का सबसे बड़ा चैनल है अगर आपने अभी तक इनका चैनल नहीं देखा है तो आपने YouTube पर कुछ भी नहीं देखा।
 YouTuber के साथ-साथ है यह सिंगर भी है।



तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही।
यहा आने के लिए धन्यवाद।।

सोमवार, 26 फ़रवरी 2018

अंग्रेजों ने भारतीयों को कैसे गुलाम बनाया

नमस्कार दोस्तो में अमित वैष्णव (AV HINDI CREATOR) आज आपके लिए लेकर आया हूँ बेहद रोचक और खास ब्लॉग आज मै आपको बताने वाला हु की अंग्रेजों ने इंडियंस को गुलाम कैसे बनाया था,
तो ज्यादा समय नष्ट न करते हुवे शुरू करते है।


-तो चलिए शुरू करते है

-आखिर कैसे बना भारत अंग्रेजों का गुलाम





दोस्तों हम सभी जानते हैं कि 15 अगस्त को भारत की आजादी का जश्न मनाते हैं क्योंकि इस दिन हमें अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी लेकिन एक बहुत बड़ा सवाल उठता है जो हर भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी को जानना बेहद जरूरी है कि आखिर हम उनके गुलाम कैसे बने और सबसे पहले मैं आपको यह बात साफ कर दु की मैंने यहां पाकिस्तानी और बांग्लादेश का नाम क्यों लिया तो बता दूं कि बंटवारे से पहले यानी 1947 से पहले हम सब एक ही थे और यह इतिहास हम सब से जुड़ा हुआ है जो जानना बेहद जरूरी है।


भारत की गुलामी के लिए कोई खास दिनांक या साल नहीं बताया जा सकता लेकिन इतना मान सकते हैं कि 1757 में प्लासी की लड़ाई के बाद भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ता चला गया।
क्योंकि प्लासी की लड़ाई में बंगाल जैसा एक बड़ा क्षेत्र ब्रिटिशों ने अपने कब्जे में ले लिया था जिसके कारण अंग्रेज धीरे-धीरे भारत के बाकी हिस्सों में पकड़ बनाने में सफल रहे और उन्होंने भारत की सत्ता पर 1947 तक राज किया आमतौर पर ऐसा कहा जाता है कि भारत लगभग 200 साल तक अंग्रेजों का गुलाम रहा हम अपने इतिहास को थोड़ा और आगे से शुरु करते हैं।

बात सन 1588 की है जब लंदन के कुछ व्यापारियों ने मिलकर एक कंपनी की शुरुआत की जिसका नाम ईस्ट इंडिया कंपनी रखा गया। कंपनी से जुड़े व्यापारियों ने वहां की रानी एलिजाबेथ से हिंद महासागर मैं व्यापार करने की इजाजत मांगी लेकिन शुरुआत में ही यह कंपनी दिवालिया घोषित हो गई।क्योंकि यह कंपनी पैसा नहीं कमा पाई थी जब लंदन के व्यापारी पहली बार समुद्री यात्रा पर निकले तो अरब सागर से ही वापस लौट आए इसके बाद फिर दोबारा से 1596 में पानी के जहाज लंदन से रवाना किया गया लेकिन रास्ते में तूफान की चपेट में आ जाने से वे सब तबाह हो गए ऐसी असफलताओं को देखकर रानी का दिमाग खराब हो गया और उसने पैसे देने से मना कर दिया।

 लेकिन व्यापारियों की जिद के चलते रानी को मानना पड़ा तीसरी बार 1608 में हेक्टर नाम का एक जहाज भारत के लिए रवाना किया गया इस जहाज के कैप्टन का नाम हॉकिंग्स था। जहाज सबसे पहले सूरत के बंदरगाह पर जाकर रुका उस समय सूरत भारत का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र हुआ करता था हॉकिंग्स शुरुआत में भारत में व्यापार करने की नियत से ही आया था इसलिए राजदूत के तौर पर उस समय के मुगल बादशाह जहांगीर से मिला जहांगीर ने भारतीय परंपरा के अनुसार उसका विशेष स्वागत किया साथ ही उसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

 शायद उस वक्त जहांगीर को इस बात का अंदाजा ना था कि जिस अंग्रेज कॉम के नुमाइंदे को वह सम्मानित कर रहा है एक दिन उसी कॉम के वंशज भारत पर शासन करेंगे।

ईस्ट इंडिया कंपनी ने वैसे तो व्यापार के बहाने दुनिया के लगभग सभी देशों को लूटा था लेकिन भारत से जितना पैसा कमाया उतना किसी देश से नहीं कमाया क्योंकि शुरुआत में अंग्रेज व्यापार करने के मकसद से आए थे तो उन्होंने देखा की सूरत उस समय का सबसे धनवान प्रदेश था क्योंकि वहां से एक्सपोर्ट और इंपोर्ट के जरिए काफी मुनाफा होता था।

 अंग्रेजों को भारत से कपड़ा स्टील और मसालों के बदले उनके वजन के बराबर का सोना मिलता था इसी कारण सूरत में उस समय हर घर में सोने के भंडार थे और इतना सोना था कि उनको सोना तोल कर रखना पड़ता था।
अंग्रेजों के आने से पहले पुर्तगाली भारत आ चुके थे साथ ही वे जहांगीर को प्रसन्न कर चुके थे इसलिए हॉकिंग्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि उन्हें रास्ते से कैसे हटाया जाए इसके लिए उसने बादशहा जहांगीर को पुर्तगालियों के खिलाफ भड़काना शुरू कर दिया शुरुआत में उसे बहुत समस्या हुई लेकिन धीरे-धीरे वह अपनी योजना में कामयाब हो गया यही नहीं वह जहांगीर से कुछ विशेष सुविधाएं और अधिकार लेने में कामयाब हो गया धीरे-धीरे उसने पुर्तगालियों की जहाजों को लूटना शुरू कर दिया।

क्योंकि असल में वह चाहता था कि जल्द से जल्द पुर्तगाली सूरत छोड़कर भाग जाए जिससे वह अकेला व्यापार कर सके, उसने पुर्तगालियों के जहाजों को समुंद्र में डुबो ना भी शुरू कर दिया उसी दरमियान उसने बादशाह जहांगीर से एक शाही फरमान जारी करवा लिया जिसके तहत अंग्रेजों को सूरत में कारखाना बनाकर व्यापार करने की इजाजत मिल गई।
इसी के साथ जहांगीर ने एक और बड़ी गलती की उसने हॉकिंग्स को इजाजत दी कि उसके राज दरबार में इंग्लैंड का एक राजदूत रह सकता है जिसके तहत सर थॉमस रो 1615 में अंबेसडर बनकर भारत आया थॉमस के बारे में एक बात मशहूर थी कि वह कूटनीति के मामले में बहुत तेज था थॉमस इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ का बहुत करीबी था इसलिए अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए जल्दी ही उसने अपना काम शुरू कर दिया।

 सबसे पहले उसने बादशाह जहांगीर से मुलाकात करनी चाही इसलिए सर थॉमस ने जहांगीर को अंग्रेजी भाषा में एक पत्र लिखा जिसमें वह भारत में व्यापार करने के लिए ट्रेड लाइसेंस चाहता था उस जमाने में ट्रेड शब्द का मतलब लूटमार होता था जहांगीर को दूसरी भाषाओं का अच्छा ज्ञान था लेकिन वह अंग्रेजी नहीं जानता था इसलिए अपने एक दरबारी से वह पत्र पढ़ने को कहा लेकिन थॉमस को यह सब पहले से पता था कि राजा को इंग्लिश नहीं आती और उसी दरबारी से पत्र पढ़ने को कहेगा।

 जहांगीर ने विश्वास करते हुए ईस्ट इंडिया कंपनी के ट्रेड वाले पत्र पर सिग्नेचर कर दिए और इस तरह अंग्रेजों को लूटमार करने की छूट मिल गई अब तो वह जहां भी जाते बादशाह का सिग्नेचर किया हुआ पत्र दिखाकर लूटमार करते थे अब उन्होंने कारखाने भी खोलिए और साथ ही लूटमार भी करने लगे अंग्रेजों की लूटमार का तरीका ऐसा होता था कि भारत की भोली-भाली जनता उनकी योजनाओं को नहीं भाँप पाती थी उन्होंने सबसे पहले सूरत से लगभग 900 जहाज भरकर सोना लंदन भेजा था और इस तरह सोने की चिड़िया कहलाने वाले भारत को लूटना शुरु कर दिया।

 धीरे-धीरे ईस्ट इंडिया कंपनी ने कारखाने लगाने शुरू किए एक के बाद एक यानी आगरा सूरत अहमदाबाद और बंगाल में फैक्ट्रियां खोल दी धीरे-धीरे कंपनी का वर्चस्व पूरे भारत में बढ़ता गया इतिहास गवाह है कि इस कंपनी ने कितने जल्दी अपने पैर पसारे, ऐसा कहा जाता है कि जितने साल भी ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में रही वह मुनाफे में रही इस कंपनी ने लूटमार के साथ भारत पर भी राज करना चाहा लेकिन वह ऐसा करने में सफल नहीं हुए लेकिन एक गद्दार की वजह से अंग्रेजों को ऐसा करने का मौका मिल गया।

 पुराने समय में बंगाल बहुत बड़ा राज्य था जिस के राजा का नाम सिराजुद्दौला था ईस्ट इंडिया कंपनी ने उसे हराने के लिए कई छोटे-छोटे ऑपरेशन चलाएं लेकिन वह कभी भी उस में कामयाब नहीं हो सके इसलिए 1757 में रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में बंगाल पर हमला करना चाहा उस समय रॉबर्ट के पास मात्र 350 सैनिक थे और सिराजुद्दोला के पास 18000 सैनिक थे रॉबर्ट अच्छी तरह से जानता था इतनी बड़ी सेना के सामने एक घंटा टिकना भी मुश्किल होगा।

लेकिन इतनी कम सेना होने के बावजूद भी वह युद्ध जीत गया और सिराजुदौला युद्ध हार गया आपको यहां यह बता दें कि यह युद्ध प्लासी के युद्ध के नाम से मशहूर है जिसने अंग्रेजों को हम पर शासन करने का मौका दे दिया हुआ ऐसा कि सिराजुदौला का एक सेनापति था जिसका नाम वीर जफर था, रॉबर्ट ने वीर जफर को धन और सत्ता का लालच देकर अपनी और कर लिया जब प्लासी का युद्ध हुआ तो वीर जफर ने अपनी सेना को युद्ध बिना लड़े समर्पण करने को कहा और इतिहास में इसे अंग्रेजों की जीत कहा गया रॉबर्ट ने सिराजुदौला की पूरी सेना को बंदी बना लिया।

 उन सैनिकों को 10 दिन तक भूखा रखा गया और उसके बाद उन सब की हत्या कर दी गई वीर जफर और रॉबर्ट क्लाइव ने योजना बनाकर सिराजुदौला को भी मरवा दिया और इस तरह वीर जफर को सिंहासन मिल गया वीर जफर की गद्दारी की वजह से ईस्ट इंडिया कंपनी सत्ता में आ गई और हम अंग्रेजों के गुलाम बन गए।

 इससे आगे क्या हुआ यह सब तो आप जानते हैं आज हमारा देश ऐसे ही कई वीर जफर से भरा पड़ा है जो देश को अंदर से खोखला करते जा रहे हैं दोस्तों ऐसे गद्दारों के साथ हमें क्या करना चाहिए कि हम फिर से  किसी के गुलाम ना बने?


तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही ।।
यह आने के लिए धन्यवाद।।

रविवार, 25 फ़रवरी 2018

हीरो मोटरसाइकिलस का इतिहास

हैल्लो दोस्तो में AV HINDI CREATOR लेकर आया हूं आज एक बेहद खास ब्लॉग जिसमे आज में आपको हीरो मोटोकॉर्प का पूरा इतिहास बताने वाला हूं आपने कभी ना कभी इस कम्पनी की मोटरसाइकिल तो जरूर चलाई होगी, या फिर देखी होगी आज हम इसी के इतिहास के बारे में चर्चा करेंगे।

तो चलिए शुरू करते है-


-HISTORY OF HERO MOTOCORP-





मैं बात करने जा रहा हूं दुनिया की सबसे बड़ी टू व्हीलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प यानी हीरो ग्रुप की जिसकी शुरुआत देश आजाद होने से पहले ही बृजमोहन लाल मुंजाल ने अपने तीन भाइयों के साथ मिलकर की थी और उनका सपना था एक ऐसी सवारी बनाना जो गरीबों के लिए ट्रांसपोर्ट का सबसे सस्ता जरिया बन जाए लेकिन इस सपने को साकार करने के लिए उनके पास इतनी पूंजी भी नहीं थी जिस वजह से उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत साइकिल के पार्टस बेचने से की और फिर पार्टस बेचने से हीरो ग्रुप को दुनिया का सबसे बड़ा टू व्हीलर कंपनी कैसे बनाया सब कुछ जानेंगे ।

कहानी की शुरुआत होती है 1 जुलाई 1923 से जब अविभाजित भारत के कमालिया नाम की जगह पर बृजमोहन लाल मुंजाल का जन्म हुआ।


भारत पाकिस्तान के अलग हो जाने के बाद कमालिया अब पाकिस्तान मे है, बृजमोहन लाल सिर्फ 20 साल की उम्र में अपने 3 भाइयों दयानंद सत्यानंद और ओमप्रकाश के साथ कवालिया से अमृतसर आए और उन्होंने बहुत छोटे स्तर पर साइकिल के पुर्जों का कारोबार शुरू किया।
जैसे जैसे कारोबार बढ़ा तो उनके पास कुछ पैसे इकट्ठे हो गए और फिर 1954 में उन्होंने लुधियाना में हीरो साइकिल की स्थापना कि जहां वे साइकिल के लिए चेन हैंडल और भी कुछ पार्टस बनाते थे।

 अगले 2 सालों बाद 1956 में पंजाब सरकार ने साइकिल बनाने वाली कंपनी के लिए टेंडर निकाला और उस में हीरो साइकल्स ने भी अपनी बीट लगा दी और सौभाग्य से Hero ग्रुप को सरकार द्वारा साइकिल बनाने का लाइसेंस मिल गया जिसके बाद उन्होंने अपनी पूंजी  और सरकार से ₹600000 कि मदद लेकर साइकिल बनाने  का कारोबार शुरू  किया।

हालांकि शुरुआत में उनके प्रोडक्शन कुछ खास नहीं थे लेकिन समय बीतने के साथ ही साथ अपनी लगन और मेहनत से उन्होंने प्रोडक्शन को बढ़ाकर 7500 साइकिल हर साल की और फिर 1975 तक हीरो साइकिल भारत की सबसे बड़ी साइकिल बनाने वाली कंपनी बन गई जिसके बाद उन्होंने साइकिलस को बड़े स्तर पर विदेशों में भी भेजना शुरू कर दिया और इस तरह से 1986 तक यह कंपनी भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सबसे बड़ी साइकिल बनाने वाली कंपनी बन गई और इसी साल उन का यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया और अगर आज की बात करें तो कंपनी हर रोज 19000 साइकिल बनाती है।

 साइकिल मैन्युफैक्चर के रूप में एक बड़ी कामयाबी के बाद Hero ग्रुप ने मोटर साइकिल बनाने की शुरुआत की पहली बार उन्होंने हीरो मैजेस्टिक मोपेड बनाया और फिर 1984 में उन्होंने मोटर साइकिल बनाने के लिए जापान की कंपनी Honda के साथ करार किया।

बस यहां से उन्होंने एक और कामयाबी की नींव चढ़ि और फिर हीरो ग्रुप ने Honda के साथ मिलकर मोटर साइकिल बनाने के लिए हरियाणा के धारूहेड़ा नाम की जगह पर प्लांट लगाया और फिर 13 अप्रैल 1985 को Hero Honda की पहेली बाइक CD 100 लांच की गई इस बाइक ने मानो अपनी लॉन्चिंग के बाद धूम ही मचा दी क्योंकि इस बाइक को खासकर के आम आदमियों के लिए बनाया गया था जिसकी जबरदस्त माइलेज और कंफर्ट की वजह से लोगों ने इसे खूब पसंद किया।

यही वजह थी कि 1985 से 2002 तक Hero Honda की 86 लाख मोटरसाइकिल की बिक्री हुई उस समय हर दिन 16000 नई मोटरसाइकिल बनने लगी।

मोटरसाइकिल मैन्युफैक्चर के रूप में Hero Honda ने कामयाबी के झंडे गाड़ने के बाद अगस्त 2011 में अलग होने का फैसला लिया लेकिन भारत में हीरो होंडा की मोटरसाइकिल बस 2013 तक बिकी, हीरो ने Honda का नाम इस्तेमाल करने के लिए उन्हें रॉयल्टी दी थी और फिर जब दोनों कंपनियां अलग हो गई तो हीरो ने अपना कारोबार हीरो मोटोकॉर्प नाम से आगे बढ़ाया और आज के समय में हीरो मोटोकॉर्प दुनिया की सबसे बड़ी मोटर साइकिल बनाने वाली कंपनी है।

 भारत में भी 46 परसेंट लोग Hero की बाइक यूज़ करते हैं दोस्तों कामयाबी का एक अलग इतिहास रचने के बाद 1 नवंबर 2015 को 92 साल की उम्र में बृजमोहन लाल मुंजाल ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया लेकिन उससे पहले ही उन्होंने अपनी लाइफ से हमें बहुत कुछ सिखा दिया है।

यदि हमारे हौसले बुलंद और इरादे नेक हो तो कभी ना कभी सफलता हमारे कदम जरूर चूमती है।


तो दोस्तों आज के लिए बस इतना ही।।
कैसा लगा आपको मेरा यह ब्लॉग कमेंट कर के बताए।।
यह आने के लिए धन्यवाद।।

शनिवार, 24 फ़रवरी 2018

एंड्रॉयड फोन को रुट करने के फायदे ओर नुकसान

नमस्कार दोस्तो में  AV HINDI  CREATOR  लेकर आया हूँ आज मोबाईल से सम्बंधित ब्लॉग ।
जिसमे आज में आप को बताने वाला हु की एंड्रॉयड  को  रुट करने के फायदे ओर नुकसान।


तो चलिए शुरू करते है-



-एंड्रॉयड को रुट करने के फायदे

1.UNLOCK HIDDEN FEATURE:-

एंड्रॉयड को रुट करने पर उसके सारे के सारे छिपे हुवे features आपके सामने आ जायंगे, क्योंकि आप उसके super user बन जायेंगे, जिस से की आपके फ़ोन का पूरा नियंत्रण आपके हाथ मे आ जायेगा।
अगर फोन रूट नही हुवा होता हो तो उसका ज्यादातर नियंत्रण उस फ़ोन की कंपनी के पास होता है।



2.BOOST BATTERY LIFE:-

रुट करने का दूसरा फायदा यह है कि आप का जो फ़ोन है आप उसकी बैट्री को बूस्ट कर सकते है।
आप उसकी हार्डवेयर जैसे कि CPU की Clock रेट अगर आप कम कर देंगे तो आपके डिवाइस की जो बैटरी लाईफ है वो काफी बढ़ जाएगी।
ओर जो सॉफ्टवेयर है जो की आपके फ़ोन की कंपनी ने डाल दिये है और उनका कोई उपयोग नही होता तो वो आपके फ़ोन में बैकग्राउंड में चलते रहते है और जिससे आप के फ़ोन की बैटरी लाईफ पर बहोत बुरा असर पड़ता है।
तो अगर आप फ़ोन को रुट करते हो तो आपके पास अपने फ़ोन का पूरा नियंत्रण आ जायेगा, औऱ आप उन सॉफ्टवेयर को अनइंस्टाल भी कर सकते है, जिस से आपके फ़ोन की बैटरी की बहोत बचत होगी और उसकी लाइफ भी अच्छी होगी।



3.PRIVACY GUARDED:-

दोस्तो कुछ एप्पलीकेशन जो होती है वो आपको पूरी प्राइवेसी देती है और उन एप्पलीकेशन को एक रूटेड फ़ोन की आवश्कयता होती है।
उन एप्पलीकेशन के बारे में, मै आपको आगे आने वाले ब्लॉग में बताऊंगा।
इन ऍप्लिकेशन्स के उपयोग से कोई भी आपको ट्रैक नही कर सकता।



4.ADS FREE:-

जैसे आप एंड्रॉयड मार्किट गुगल प्ले स्टोर से बहोत सारी ऍप्लिकेशन्स इस्तेमाल करते है फ्री में, तो उनमें बहोत सारे Ads होते है।
और जब वो Ads आपके फ़ोन में आती है तो वो आपके Data को खर्च करती है।
जैसे कि किसी ऍप्लिकेशन में कोई Ad आ रहा है और उस Ad में कोई फ़ोटो आ रही है तो उसे लोड होने के लिए Data की जरूरत है।
तो वो लोड होने में आपके फ़ोन का Data ले रही है, जिस से आपका फ़ोन का Data फालतू में ख़र्च हो रहा है।
आगर आप फ़ोन को रुट करके उसमें Ad blocker लगाएंगे तो आपको किसी भी ऍप्लिकेशन्स में Ads नही दिखेंगे जिस से आपके Data की बचत होगी और साथ मे आपके फ़ोन की परफॉर्मेंस भी बढ़ेगी।




5.UNISTALL BLOATWARE:-

इस मे ऐसा होता है कि जो आपके फोन की कंपनी है वह आपके फोन में उपयोगी एप्लीकेशंस के साथ साथ बिना उपयोग की एप्लीकेशंस भी डाल देते हैं।
जिससे कि वह आपके के फोन स्टोरेज में जगह घेरती है और साथ ही आपके फोन के परफॉर्मन्स को भी खराब करती है, और वह आपके फोन के बैकग्राउंड में Run होती है जिस कारण आपके फोन की बैटरी भी जल्दी खत्म होने लगती है।
और अगर आपका फोन रूटेड नहीं है तो आप इसके लिए कुछ भी नहीं कर सकते।
 आप इन एप्लीकेशंस को अनइंस्टॉल नहीं कर सकते और अगर आपने अपना फोन रूट कर लिया है तो आपके पास इन एप्लीकेशंस को अनइंस्टॉल करने का नियंत्रण आ जाएगा।



6.SPEED UP YOUR PHONE:-

अगर दोस्तों आप अपने फोन में हैवी काम करते हैं जैसे कि हैवी गेमिंग और मल्टी टास्किंग तो आपका फोन हैंग हो जाता है और इसमें हिटिंग की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है।
अगर आप अपने फ़ोन को रुट करते है तो आप अपने CPU की CLOCK रेट को बढ़ा सकते है जिस से उसकी परफॉर्मन्स काफी बढ़ जाएगी, लेकिन इस से आपके फ़ोन की बैटरी भी ज्यादा खर्च होगी।
आप आसानी से हैवी ग्राफिक्स गेम्स खेल सकेंगे और साथ ही मल्टीटास्किंग भी कर सकेंगे।



7.INSTALL "INCOMPATIBLE" APPS:-

फोन के रुट नही होने पर आप उसमें incompatible ऍप्लिकेशन्स को  इंस्टॉल नही कर सकते है।
क्योकि बहोत सारी कंपनियां ऐसी होती है जो कि नही चाहती है कि आप कुछ प्रोफशनल ऍप्लिकेशन्स को इंस्टाल करे।
इस कारण जब आप उन ऍप्लिकेशन्स को इंस्टॉल करते है तो वह उसे incompatible बता देते है।
अब अगर आप ने अपने फ़ोन को रुट कर रखा है तो आप इन ऍप्लिकेशन्स को भी आसानी से इंस्टॉल कर सकते है।



8.BACK UP YOUR PHONE FOR SEAMLESS TRANSITIONS:-

जब आप कोई नया फ़ोन लेते है तो आपको अपने पुराने फ़ोन के Data की आवश्यकता होती है।
फ़ोन को रुट करने के बाद आप अपने पुराने फ़ोन का back up ले सकते है मेरा मतलब है कि आपके पुराने फ़ोन का पूरा का पूरा back up जैसे कि उसकी सेटिंग्स, स्टोरेज आदि।
यहा में केवल एप्प्स, ऑडियो, वीडियो, डाक्यूमेंट्स, ओर फोटोस की बात नही कर रहा।
मैं कहे रहा हु की आप अपने पूरे फ़ोन का back up ले सकते है और उसे अपने नये फ़ोन में कुछ ही क्लिक्स में ट्रांसफर कर के इनस्टॉल कर सकते है जिस से आपके पुराने फ़ोन की सारी सेटिंग्स आपके नए फ़ोन में आ जायेगी। जिस से आप को नए फ़ोन की सेटिंग्स को अपने मुताबिक बदलना नही पड़ेगा।
वह अपने आप ही आपके पुराने फ़ोन की तरह हो जाएगी।



9.FLASH A CUSTOM KERNEL:-

Kernel बहोत महत्वपूर्ण होता है यह आप के फ़ोन के हार्डवेयर ओर ऍप्लिकेशन्स के बीच कम्यूनिकेट करने के काम आता है।
अगर आपके पास कस्टम kernel है तो जो आप एप्लीकेशन इंस्टॉल करोगे वह फोन के हार्डवेयर के साथ बहुत अच्छे से काम करेगी और उसमें एरर नही आएगा।
और इसके साथ ही आपके फोन की परफॉर्मेंस भी काफी बढ़ जाएगी।
कस्टम kernel के लिए आपका फोन रूटेड होना आवश्यक है।



10.TRULY OWN YOUR DEVICE:-

इसका मतलब यह है कि आप अपने फोन के मालिक खुद है आप जो भी काम उसमें करना चाहे आप आसानी से कर सकते हैं आपको किसी की परमिशन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आप चाहे जिस एप्लीकेशन इंस्टॉल कर सकते है और अनइंस्टॉल भी कर सकते हैं अगर आपका फोन रूटेड है तो।




-एंड्रॉयड को रुट करने के नुकसान

1.YOUR PHONE MIGHT GET BRICKED:-

आप अगर अपने फोन को रूट कर रहे हैं तो ध्यान रखिए आप जिस प्रोसेस से रूट रहे हैं उसके बारे में पूरा पता करले की वह प्रोसेस कामयाब है या नही।
क्योकि होता यह है कि अगर आप अपने फोन को रुट कर रहे है और कोई करप्ट फ़ाइल आपने अपने सिस्टम में डाल दी है तो आपका फ़ोन ब्रिकड़ हो जाएगा।
आपके फोन का बूट सेक्टर करप्ट हो जाएगा और आपका फ़ोन स्विच ऑन नही होगा।
ओर फिर जब आप अपने फोन के कस्टमर केयर पर जाएंगे तो फिर वह भी आपसे इसे ठीक करने के लिए पैसे लेंगे, चाहे आपका फोन वारंटी में ही क्यों ना हो। आपका फोन अगर ब्रिकड़ भी हो गया हो रुट करते समय तो आप कभी उनको यह मत बताना की रुट करते समय ऐसा हुवा है इस बात का आपको थोड़ा सा ध्यान रखना है।



2.YOU END UP VOIDING PHONE'S WARRANTY:-

अगर आपने अपना फोन रुट कर लिया है तो उसकी वारंटी वही खत्म हो जाती है।
अगर आपका फ़ोन वारंटी में नही है तो ठीक है लेकिन अगर आपका फ़ोन वारंटी में है तो उसकी वारंटी रुट करते समय खत्म हो जाएगी।
लेकिन अच्छी बात यह है कि अगर आपने अपने नए फ़ोन को रुट भी कर लिया है तो आप उसे फिर से अनरूट भी कर सकते है। लेकिन यह पुराने फ़ोन्स में काम नही करता आज कल जो नए फोन्स आ रहे है उनमें यह काम करता है।


तो दोस्तो अगर आपको जानना है कि अपने फोन को बिना कंप्यूटर के सुरक्षित तरीके से कैसे रुट करे और साथ ही यह भी कि फ़ोन पर नया सॉफ्टवेयर चढ़ा कर  अपने ब्रिकड़ हुवे फ़ोन को घर पर ही कैसे सही करे वो भी फ्री में तो मुझे कमेंट कर के बताए में अगला ब्लॉग उसी पर ही बना दूंगा।।

यह आने के लिए धन्यवाद।।





शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2018

कौन होते है अघोरी साधु ?

नमस्कार, दोस्तो मै AV HINDI CREATOR लेकर आया हु आज एक  रोचक ब्लॉग।
आज के इस ब्लॉग में ,मैं आपको बताने वाला हूं  अघोरी साधुओं  के बारे में  की वह कौन लोग होते है,ओर भी बहोत कुछ ।।


तो शुरू करते है--

― कौन है अघोरी साधु:-





श्मशान यानी जिंदगी का आखिरी पड़ाव, ऐसा पड़ाव जहाँ जाने पर दुनिया की सारी चीजें बेनाम हो जाती है।
मगर जिंदगी के इस आखिरी पड़ाव पर कुछ लोग ऐसे भी है जो मुर्दों को नोच कर उनमें जिंदगी तलाशते हैं। उनके लिए इंसानी खोपड़ी शराब पीने का प्याला बन जाती है और मुर्दा निवाला, शमशान बिस्तर बन जाती है और चिता चादर, जब दुनिया सोती है तब वह जागते हैं, उनकी अलग ही मायावी दुनिया है।
हम बात कर रहे हैं शमशान की साधना में इंसानी चोलो को उतार कर फेंक देने वाले अघोरियों की।

 यह भारत के प्राचीन धर्म शिव साधना से संबंधित है अघोरियों को इस पृथ्वी पर शिव जी का जीवित रूप भी माना जाता है।
शिव जी के 5 रूपों में से एक अघोर रूप है, अघोरियों का जीवन जीतना कठिन है उतना ही रहस्यमय भी है। अघोरियों की साधना विधि सबसे रहस्यमय है, उनकी अपनी शैली अपना विधान है।

अघोरी उसे कहते हैं जो घोर नही हो यानी सरल और सहेज हो जिसके मन में कोई भेदभाव नहीं हो अघोरी हर चीज में समान भाव रखते हैं वह सड़े जीव के मांस को भी उतना ही स्वाद लेकर खाते हैं जितना कि स्वादिष्ट पकवान को स्वाद लेकर खाया जाता है।

अघोरियों की दुनिया ही नहीं उनकी हर बात निराली है वह जिस पर प्रसन्न हो जाए उसे रग से राजा बना देते हैं अपना सब कुछ दे देते हैं, लेकिन अगर वह नाराज हो जाए तो बहुत बुरा कर सकते हैं।

बहुत कम लोग जानते हैं कि अघोरी की साधना में कितना बल होता है वह मुर्दे से भी बात कर सकते हैं यह बातें पढ़ने में आपको जरूर अजीब लगेगी लेकिन इन्हें पूरी तरह नकारा भी नहीं जा सकता।
 उनकी साधना को कोई चुनौती नहीं दे सकता अघोरियों के बारे में कई बातें प्रसिद्ध है जैसे कि वह बहुत ही हटी होते हैं अगर किसी बात पर अड़ जाए तो उसे पूरा किए बगैर नहीं छोड़ते, गुस्सा हो जाए तो किसी भी हद तक जा सकते हैं।

अधिकतर अघोरियों की आंखें लाल होती है जैसे की वह गुस्से में हो लेकिन उनका मन उतना ही शांत भी होता है, अघोरी गाय का मांस छोड़कर बाकी सभी चीजों को खाते हैं मानव के मल से लेकर मुर्दे का मांस तक।

अघोर पंथ में श्मशान साधना का विशेष महत्व है इसलिए वह श्मशान में रहना ही ज्यादा पसंद करते हैं माना जाता है कि श्मशान में साधना करना शीघ्र ही फलदाई होता है आज भी ऐसे अघोरी और तंत्र साधक है जो परम शक्तियों को अपने वश में कर सकते हैं यह साधनाऐ श्मशान में होती है और दुनिया में चार श्मशान घाट ही ऐसे हैं जहां तंत्र क्रियाओं का परिणाम बहुत ही जल्दी मिलता है उनके बारे में आगे बताया गया है।

1.तारा पीठ:-

यह मंदिर पश्चिम बंगाल के वीर भूमि जिले मैं स्थित है यहां तारा देवी का मंदिर है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां देवी सती के नेत्र गिरे थे इसलिए इस स्थान को नयनतारा भी कहा जाता है।
 तारा मंदिर का प्रांगण शमशान घाट के निकट स्थित है इसे महाश्मशान घाट के नाम से भी जाना जाता है इस महाश्मशान घाट में जलने वाली चिता की अग्नि कभी बुझती नहीं है।
यहां लाने पर लोगों को किसी प्रकार का भय नहीं होता मंदिर के चारों ओर द्वारका नदी बहती है इस श्मशान में साधक दूर-दूर से साधनाएं करने आते हैं।



2.कामाख्या पीठ:-

असम राज्य की राजधानी दिसपुर से 6 किलोमीटर दूर स्थित नील शैल पर्वतमाला पर स्थिति मां भगवती कामाख्या का सिद्ध शक्तिपीठ सती के 51 शक्तिपीठों में सर्वोच्च स्थान रखता है यही भगवती की महामुद्रा यानी योनि कुंड स्थित है यह स्थान तांत्रिक लोगों के लिए स्वर्ग के समान है यहां स्थित श्मशान में भारत के विभिन्न स्थानों से तांत्रिक तंत्र शक्ति प्राप्त करने आते हैं।



3.नासिक:-

त्रिदेव के ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है मंदिर के अंदर एक छोटे से गड्ढे में 3 ज्योतिर्लिंग है ब्रह्मा विष्णु और महेश।
यह ज्योतिर्लिंग इन तीनों देवों के प्रति माने जाते हैं,भगवान शिव को तंत्र शास्त्र का देवता माना जाता है।
तंत्र के जन्मदाता भगवान शिव ही है, यहां स्थित श्मशान भी तंत्र विद्या के लिए प्रसिद्ध है।



4.उज्जैन:-

महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है यह मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में है स्वयं भव्य और दक्षिण मुखी होने के कारण महाकालेश्वर को अत्यंत पुण्य दायक माना जाता है।
इस कारण तंत्र शास्त्र में भी शिव के इस शहर को बहुत जल्दी फल देने वाला माना जाता है, यहां के शमशान में दूर-दूर से साधक तंत्र क्रिया करने आते हैं।

अघोरियों का जीवन बहुत मुश्किल होता है सभी साधु इस साधना को पूरा नहीं कर पाते पूरे भारत में ऐसे मात्र 1500 अघोरी साधु है, लेकिन वह कहीं भी आपको नहीं मिलेंगे क्योंकि वह शिव साधना में हमेशा लीन रहते हैं।
और शमशान से कभी बाहर नहीं निकलते, वह किसी को डराते नहीं डराने वाले अघोरी साधु वास्तव में अघोरी तांत्रिक होते हैं ।



आखिर में दो शब्द अघोरी साधुओं के समक्ष रखना चाहूंगा:-
।। अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का , 
काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का ।।

गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018

भारत की कुछ बाते जिनसे आपको गर्व होगा

हेल्लो, दोस्तो  मै  AV HINDI CREATOR आज आपके लिए लेकर आया हु एक  ऐसा ब्लॉग जिसे पढ़ कर आप को बहुत कुछ नया जान ने को मिलेगा।
आप एक  INDIAN है  तो पढ़ते रहिये इस ब्लॉग को अंत तक।
तो समय को नष्ट ने करते हुवे शुरू करते है।


तो चलिए शुरू करते है--



तो क्या आप लोगो को पता है कि दुनिया का 7 वे नम्बर का सबसे बड़ा देश भारत है, लगभग 1 अरब आबादी वाला यह देश दुनिया के सबसे प्रभावशाली ओर शक्तिशाली देशो में से एक है।

यहा का इतिहास ही अपने आप मे अनोखा है, बदलते समय के साथ-साथ मोर्डन इंडिया भी बदल चुका है।
आज यहा अपनी तेजी से बढ़ती बॉलीवुड इंडस्ट्री है साथ ही विभिन्न प्रकार के लोग ओर आश्चर्य जनक कर्मचारियों की संख्या है।

यह बातें इंडिया को अपने आप में बेहद खास बनाती है आइए जानते हैं ऐसी बातें जिनके बारे में आपने आज तक नहीं सुना होगा।




1. कुंभ मेला:-

कुंभ मेला भारत का एक महत्वपूर्ण पर्व है जिसमें करोड़ों श्रद्धालु तीर्थ स्थल हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन और नासिक में स्नान करते हैं।

इस पर्व पर लोग पूजा करते हैं विचार विमर्श करते हैं साथ ही गरीबों को खाना खिलाते हैं वह मेले में हर बार लगभग साढ़े 7 करोड़ लोग आते हैं, यह दुनिया की सबसे बड़ी तीर्थयात्रा मानी जाती है यह उत्सव इतना  बड़ा होता है कि लोगों की इतनी बड़ी संख्या को अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।



2.फिल्मे:-

 बॉलीवुड की आज तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ने फिल्म हॉलीवुड की सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म से 27 गुना ज्यादा पैसे कमाए मैं मजाक नहीं कर रहा।

अगर हॉलीवुड में एक बार में 600 फिल्में बनती है तो वहीं बॉलीवुड में करीब 1000 बनती है, केवल संख्या में ही नहीं बॉलीवुड कमाई में भी हॉलीवुड से आगे है।

2009 में हॉलीवुड की सबसे कामयाब फिल्म अवतार ने लगभग बॉक्स ऑफिस पर 2,800,000,000 डॉलर की कमाई की थी उसी के मुकाबले बॉलीवुड फिल्म 3 Idiots ने 2016 की विकिपीडिया के अनुसार 93,000,000,000 डॉलर कमा चुकी है।
तो दोस्तों इसे कहते हैं असली कामयाबी।



3.हीरे:-

डायमंड का खनन सबसे पहले इंडिया में हुआ था एक समय था जब इंडिया दुनिया का सबसे बड़ा डायमंड प्रोड्यूसर कहलाया जाता था, लेकिन 18 वी सदी में ब्राजील में भारी मात्रा में हीरे मिले।
आज के समय में इंडिया में हीरे की कुल तीन चालू माईन है।
यहा तक कि विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर डायमंड की खोज इंडिया के स्टेट आंध्र प्रदेश में हुई थी।

106 कैरेट का यह हीरा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक घूमते-घूमते अंत में क्वीन विक्टोरिया ने अपने ब्रिटिश राज के समय इसे हासिल किया।



4.अनोखा चुनाव:-

 गुजरात में स्थित गिर फॉरेस्ट मैं हर चुनाव में  वोट करने के लिए बूथ लगाया जाता है।
अब आप कहोगे की इस मे नया क्या है तो इस मे नया यह है कि यहा हर चुनाव में केवल एक ही वोटर के लिए यह बूथ लगाया जाता है।

गुरुभरत दास नाम का आदमी गिरफॉरेस्ट के मंदिर का पुजारी है, ओर वह हर चुनाव में अकेले ही वोट देने आता है, क्योकि वह गिरफॉरेस्ट में रहने वाला अकेला निवासी है।
वह 2004 से लगातार बिना चुके वोट देने आता है।



5.शेम्पू:-

क्या आप को पता है कि जितने भी दुनिया में शैंपू है चाहे वह हेड एंड शोल्डर हो, चाहे वह क्लिनिक प्लस हो ओर चाहे वह पैंटीन हो या कोई और हो।
लेकिन दुनिया मे सबसे पहले शेम्पू का आविष्कार भारत में 16 वी सदी में हुआ था।

शेम्पू शब्द संस्कृत भाषा के चम्पू शब्द से निकला है, जिसका मतलब है मसाज, भारत मे उस समय जड़ी बूटियों और प्राकृतिक सामग्रियों के इस्तेमाल से शैंपू बनाया जाता था। विशेष रूप से करौंदे और फलों का गुुदा इस्तेमाल में लिया जाता था।



6.प्रमुख भाषाओं और धर्मो का घर:-

भारत को पूरी दुनिया में प्रमुख भाषाओं और धर्मों का घर माना जाता है।
 हिंदू,  मुस्लिम,  सिख,  ईसाई और बौद्ध सभी धर्मों का भारत में बराबर स्थान है।
लेकिन प्रमुख रुप से भारत मे हिन्दुत्व 75 % और इस्लाम 20% तक फैला हुआ है।
और साथ ही यह ध्यान देने वाली बात है कि इंडिया की कोई मातृभाषा नहीं है क्योंकि भारत देश में अलग-अलग स्थानों पर 1652 भाषाएं बोली जाती है।



7.स्वाभिमानी राजा:-

भारत देश का बहुत ही रंगीन और लंबा इतिहास रहा है, यहां के राजतंत्र बड़े ही विचित्र रहे हैं और यहां के राजा और रानियां बड़े ही असाधारण।

एक बार अलवर के राजा जय सिंह जब रोल्स रॉयल के लंदन के शोरूम में कार देखने गए थे वहां के एक कर्मचारी ने उनकी बहुत बेइज्जती की उस समय राजा जय सिंह सादे वस्त्रों में थे और उस कर्मचारी को लगा कि वह कोई गरीब भारतीय हैं जो उस शोरुम में गुस आया है।
उस समय तो राजा जय सिंह ने अपना गुस्सा शांत रखा फिर अपने होटेल में आकर अपने ओर अपने भारत के अपमान के कारण पूरी रॉल्स रॉयल कम्पनी को सबक सिखाने की ठानी।

उन्होंने उसी शोरूम में फ़ोन करवाया की अलवर के राजा जय सिंह वहा कार खरीदने आ रहे है और वह अब अपने राजा वाले वस्त्रों में आ गए।

उनके स्वागत के लिए लाल कारपेट बिछाया गया और उन्होंने वहा जाते ही 7 रोल्स रॉयल खरीद ली, एक साथ इतनी कारो के बिकने से कंपनी में जशन जैसा माहौल हो गया।

लेकिन उनका इरादा तो कुछ और था उन्होंने कारो को खरीदते ही अपने देश भारत में पहुंचा दिया और अलवर कि नगर पालिका को शहर का कचरा उठाने के लिए दे दिया।
 इससे कंपनी के होश उड़ गए सब लोग कह रहे थे कि भारत में इन कारों से तो कचरा उठाया जाता है तो हम इसे क्यों खरीदे और कंपनी घाटे में जाने लगी।

 तब कंपनी ने राजा जयसिंह को 6 रोल्स रॉयल मुफ्त में दी और लिखित में माफ़ी भी मांगी तब जाकर उन्होंने नगर पालिका से वह कार्य वापस ली।



तो दोस्तों कैसा लगा आपको यह ब्लॉग कमेंट करके बताये।
ओर अगर इस ब्लॉग में  मेरे द्वारा दी गयी कोई जानकारी गलत होतो तो मुझे कमेंट करके बताये क्यो की यह सब मेने  इंटरनेट पर खोजा है।
यहा आने के लिए धन्यवाद।।

बुधवार, 21 फ़रवरी 2018

अद्भुत बाते मानव शरीर की

हैल्लो, दोस्तो आज मै  AV HINDI CREATOR आपको बताने वाला हु मानव शरीर के बारे में कुछ रोचक  और अद्भुत बाते ।
तो पढ़ते रहिये ब्लॉग को अंत तक।


तो चलिए शुरू करते है--


अद्भुत है इंसान का शरीर



1.जबरदस्त फेफड़े:-

क्या आपको पता है कि हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हवा को फिल्टर करते हैं, हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती।फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे।




2.ऐसी और कोई फैक्ट्री नहीं:-

हमारा शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं बनाता है, साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है।
हर वक्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं,एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं।




3.लाखों किलोमीटर की यात्रा:-

क्या आप को पता है कि इंसान का खून हर दिन शरीर में 1,92,000 किलोमीटर का सफर करता है।
हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है।




4.धड़कन:-

एक स्वस्थ इंसान का हृदय हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है।
साल भर में यह 3 करोड़ से ज्यादा बार धड़क चुका होता है, दिल का पम्पिंग प्रेशर इतना तेज होता है कि वह खून को 30 फुट ऊपर उछाल सकता है।




5.सारे कैमरे और दूरबीनें फेल:-

क्या आपको पता है कि इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक अंतर पहचान सकती है।फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके।




6.नाक में एंयर कंडीशनर:-

हमारी नाक में प्राकृतिक एयर कंडीशनर होता है. यह गर्म हवा को ठंडा और ठंडी हवा को गर्म कर फेफड़ों तक पहुंचाता है, जिस से की फेफड़ो तक सामान्य तापमान वाली हवा पहुंचे, चाहे बाहर का तापमान और मौसम कुछ भी हो।




7.400 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार:-

क्या आपको पता है कि तंत्रिका तंत्र 400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से शरीर के बाकी हिस्सों तक जरूरी निर्देश पहुंचाता है,इंसानी मस्तिष्क में 100 अरब से ज्यादा तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं।




8.जबरदस्त मिश्रण:-

मानव शरीर में 70 फीसदी पानी होता है, इसके अलावा बड़ी मात्रा में कार्बन, जिंक, कोबाल्ट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, निकिल और सिलिकॉन होता है।




9.बेजोड़ छींक:-

क्या आप जानते हो कि छींकते समय बाहर निकले वाली हवा की रफ्तार 166 से 300 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है,आंखें खोलकर छींक मारना नामुमकिन है।




10.बैक्टीरिया का गोदाम:-

क्या आप को पता है कि इंसान के वजन का 10 फीसदी हिस्सा, शरीर में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से होता है, एक वर्ग इंच त्वचा में 3.2 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं।




11.E.N.T. की विचित्र दुनिया:-

मानवो में आंखें बचपन में ही पूरी तरह विकसित हो जाती हैं, बाद में उनमें कोई विकास नहीं होता।
 वहीं नाक और कान पूरी जिंदगी विकसित होते रहते हैं। कान लाखों आवाजों में अंतर पहचान सकते हैं,मानवो में कान 1,000 से 50,000 हर्ट्ज के बीच की ध्वनि तरंगे सुनते हैं।




12.दांत संभाल के:-

क्या आप को पता है कि इंसान के दांत चट्टान की तरह मजबूत होते हैं।
लेकिन मानव शरीर के दूसरे हिस्से अपनी मरम्मत खुद कर लेते हैं, वहीं दांत बीमार होने पर खुद को दुरुस्त नहीं कर पाते।




13.मुंह में नमी:-

इंसान के मुंह में हर दिन 1.7 लीटर लार बनती है, लार खाने को पचाने के साथ ही जीभ में मौजूद 10,000 से ज्यादा स्वाद ग्रंथियों को नम बनाए रखती है।




14.झपकती पलकें:-

वैज्ञानिकों को लगता है कि पलकें आंखों से पसीना बाहर निकालने और उनमें नमी बनाए रखने के लिए झपकती है, महिलाएं पुरुषों की तुलना में दोगुनी बार पलके झपकती हैं।




15.नाखून भी कमाल के:-

क्या आप जानते है कि अंगूठे का नाखून सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ता है, वहीं मध्यमा या मिडिल फिंगर का नाखून सबसे तेजी से बढ़ता है।




16.तेज रफ्तार दाढ़ी:-

पुरुषों में दाढ़ी के बाल सबसे तेजी से बढ़ते हैं, अगर कोई शख्स पूरी जिंदगी शेविंग न करे तो दाढ़ी 30 फुट लंबी हो सकती है।




17.खाने का अंबार:-

क्या आप को पता है कि एक इंसान आम तौर पर जिंदगी के पांच साल खाना खाने में गुजार देता है, हम ताउम्र अपने वजन से 7,000 गुना ज्यादा भोजन खा चुके होते हैं।




18.बाल गिरने से परेशान:-

क्या आप जानते है कि एक स्वस्थ इंसान के सिर से हर दिन कम से कम 80 बाल झड़ते हैं, ज्यादातर जब आप नहा रहे हो या सो रहे हो तब।




19.सपनों की दुनिया:-

क्या आप को पता है कि इंसान दुनिया में आने से पहले ही यानी मां के गर्भ में ही सपने देखना शुरू कर देता है, बच्चे का विकास वसंत में तेजी से होता है।




20.नींद का महत्व:-

नींद के दौरान इंसान की ऊर्जा जलती है, दिमाग अहम सूचनाओं को स्टोर करता है।
 शरीर को आराम मिलता है और रिपेयरिंग का काम भी होता है, नींद के ही दौरान शारीरिक विकास के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स निकलते हैं।



तो दोस्तों आज के लिए बस इतना ही, आगे भी ऐसे ब्लॉग्स आपके लिए आते रहंगे।
यहा आने के लिए धन्यवाद।।

मंगलवार, 20 फ़रवरी 2018

कैसे हुई थी श्री कृष्ण की मृत्यु

                ।। जय श्री कृष्णा।।

नमस्कार दोस्तो एक बार फिर स्वागत हैं आपका ।
मैं अमित वैष्णव (Av hindi Creator) आज आपके लिए लेकर आया हु एक बेहद रोचक ब्लॉग , हम में से लगभग सभी लोग श्रीकृष्ण के जन्म के बारे में तो जानते  है लेकिन क्या आप लोग जानते हो कि उनकी मृत्यु कैसे हुई ?
आज के ब्लॉग में , मैब आपको यही बताने वाला हूं।
तो पढ़ते रहिये इस ब्लॉग को अंत तक।

तो चलिए शुरू करते है-





हम सब जानते है की श्री कृष्ण भगवान थे, तो उनकी मृत्यु असंभव है. लेकिन भगवान होने के बावजूद भी श्री कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई ? आज हम इसी रहस्य पर से पर्दा उठाएंगे और आप को भगवान श्री कृष्ण की मृत्यु का कारण पूरी जानकारी के साथ बतायेंगे।



1.कुछ बाते श्री कृष्ण के बारे में:-

.भगवान श्री कृष्ण विष्णु भगवान के 22 वे अवतार थे. इन्होने द्वापरयुग में अधर्मियों का नाश करने के लिए जन्म लिया था. श्री कृष्ण के पिता का नाम वासुदेव और माता का नाम देवकी था. श्री कृष्ण ने कारागार (जेल) में जन्म लिया था. भगवान श्री कृष्ण ने अपने इस जन्म के दोरान अपने मामा कंश का वध कर शांति की स्थापना की ! महाभारत युद्ध के दोरान अर्जुन के सारथि बनकर दुनिया को गीता का पाठ पढ़ाया. युधिष्ठिर को राजा बनाकर धर्म की स्थापना की।




2.किस कारण हुई श्री कृष्ण की मौत ? :-

हिन्दू पोराणिक कथाओ में कई पेचीदा कहानियां प्रचलित है. लेकिन श्री कृष्ण की मृत्यु के बारे में आज भी बहुत ही कम लोगो को पता है. हम सब जानते है की भगवान कृष्ण का जन्म कैसे हुआ. लेकिन क्या आप जानते है की श्री कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई थी ?

महाभारत युद्ध में जब दुर्योधन मारा गया तब उसकी माता गंंधारी ने श्री कृष्ण को श्राप देते हुए कहा, यदि तुम चाहते तो इस युद्ध को रोक सकते थे. लेकिन तुमने भाइयो को एक-दुसरे से युद्ध करने दिया. गांधारी ने क्रोध में आकर श्री कृष्ण को कहा आपकी मृत्यु आज से 36 वर्ष बाद एकांत में होगी. और पूरा यदुवंश का विनाश हो जाएगा.।



3.कैसे हुई श्रीकृष्ण की मौत और किसने की? :-

गांधारी के श्राप से विनाशकाल आने के कारण श्रीकृष्ण द्वारिका लौटकर यदुवंशियों को लेकर प्रयास क्षेत्र में आ गये थे।

यदुवंशी अपने साथ अन्न-भंडार भी ले आये थे। कृष्ण ने ब्राह्मणों को अन्नदान देकर यदुवंशियों को मृत्यु का इंतजार करने का आदेश दिया था। कुछ दिनों बाद महाभारत-युद्ध की चर्चा करते हुए सात्यकि और कृतवर्मा में विवाद हो गया।
सात्यकि ने गुस्से में आकर कृतवर्मा का सिर काट दिया। इससे उनमें आपसी युद्ध भड़क उठा और वे समूहों में विभाजित होकर एक-दूसरे का संहार करने लगे।
इस लड़ाई में श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न और मित्र सात्यकि समेत सभी यदुवंशी मारे गये थे, केवल बब्रु और दारूक ही बचे रह गये थे।
यदुवंश के नाश के बाद कृष्ण के ज्येष्ठ भाई बलराम समुद्र तट पर बैठ गए और एकाग्रचित्त होकर परमात्मा में लीन हो गए। इस प्रकार शेषनाग के अवतार बलरामजी ने देह त्यागी और स्वधाम लौट गए।

बहेलिये का तीर लगने से हुई श्रीकृष्ण की मृत्यु



बलराम जी के देह त्यागने के बाद जब एक दिन श्रीकृष्ण जी  पीपल के नीचे ध्यान की मुद्रा में बैठे हुए थे, तब उस क्षेत्र में एक जरा नाम का बहेलिया आया हुआ था। जरा एक शिकारी था और वह हिरण का शिकार करना चाहता था। जरा को दूर से हिरण के मुख के समान श्रीकृष्ण का पेर का तलवा दिखाई दिया।
 बहेलिए ने बिना कोई विचार किए वहीं से एक तीर छोड़ दिया जो कि श्रीकृष्ण के तलवे में जाकर लगा। जब वह पास गया तो उसने देखा कि श्रीकृष्ण के पैरों में उसने तीर मार दिया है। इसके बाद उसे बहुत पश्चाताप हुआ और वह क्षमायाचना करने लगा। तब श्रीकृष्ण ने बहेलिए से कहा कि जरा तू डर मत, तूने मेरे मन का काम किया है। अब तू मेरी आज्ञा से स्वर्गलोक प्राप्त करेगा।
बहेलिए के जाने के बाद वहां श्रीकृष्ण का सारथी दारुक पहुंच गया। दारुक को देखकर श्रीकृष्ण ने कहा कि वह द्वारिका जाकर सभी को यह बताए कि पूरा यदुवंश नष्ट हो चुका है और बलराम के साथ कृष्ण भी स्वधाम लौट चुके हैं।
अत: सभी लोग द्वारिका छोड़ दो, क्योंकि यह नगरी अब जल मग्न होने वाली है। मेरी माता, पिता और सभी प्रियजन इंद्रप्रस्थ को चले जाएं। यह संदेश लेकर दारुक वहां से चला गया। इसके बाद उस क्षेत्र में सभी देवता और स्वर्ग की अप्सराएं, यक्ष, किन्नर, गंधर्व आदि आए और उन्होंने श्रीकृष्ण की आराधना की। आराधना के बाद श्रीकृष्ण ने अपने नेत्र बंद कर लिए और वे सशरीर ही अपने धाम को लौट गए।
श्रीमद भागवत के अनुसार जब श्रीकृष्ण और बलराम के स्वधाम गमन की सूचना इनके प्रियजनों तक पहुंची तो उन्होंने भी इस दुख से प्राण त्याग दिए। देवकी, रोहिणी, वसुदेव, बलरामजी की पत्नियां, श्रीकृष्ण की पटरानियां आदि सभी ने शरीर त्याग दिए। इसके बाद अर्जुन ने यदुवंश के निमित्त पिण्डदान और श्राद्ध आदि संस्कार किए।
इन संस्कारों के बाद यदुवंश के बचे हुए लोगों को लेकर अर्जुन इंद्रप्रस्थ लौट आए। इसके बाद श्रीकृष्ण के निवास स्थान को छोड़कर शेष द्वारिका समुद्र में डूब गई। श्रीकृष्ण के स्वधाम लौटने की सूचना पाकर सभी पाण्डवों ने भी हिमालय की ओर यात्रा प्रारंभ कर दी थी। इसी यात्रा में ही एक-एक करके पांडव भी शरीर का त्याग करते गए। अंत में युधिष्ठिर सशरीर स्वर्ग पहुंचे थे।



4.कौन था "जरा" नाम का शिकारी:-
जरा नाम का शिकारी राजा बाली थे।भगवान विष्णु के 21 वे अवतार राम भगवान ने जब वन में छुपकर वानर राज़ बाली को मार दिया था. तब बाली की मौत से उसकी पत्नी तारा बहुत दुखी हुई थी. और उसने क्रोध में आकर राम भगवान को श्राप देते हुए कहा था की जिस प्रकार तुमने मेरे पति को छिपकर मारा है, उसी प्रकार अगले जन्म में मेरा पति तुम्हे छिपकर मारेगा।



तो दोस्तों कैसा लगा आज का यह ब्लॉग आपको ।
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यह आने के लिऐ  धन्यवाद।।

सोमवार, 19 फ़रवरी 2018

इन चीजों को खाने से हो सकती है बीमारियां

नमस्कार दोस्तों मैं AMIT VAISHNAV (AV  HINDI CREATOR) आज आपके लिए लेकर आया हूं हेल्थ रिलेटेड ब्लॉग जो आपके जीवन में बहुत काम आएगा, आज में आपको बताने वाला हु की आप को खाली पेट किन-किन चीज़ों का सेवन नही करना चाहिये।
 तो बने रहिए मेरे साथ और पढ़ते रहिए इस ब्लॉग को अंत तक तो अब ज्यादा समय नष्ट न करके शुरू करते हैं।


तो चलिए शुरू करते हैं:-



दोस्तों कहा जाता है कि जैसा आप भोजन करते हैं वैसे ही आप बनते हैं लेकिन सबसे ज्यादा असर उन चीजों का होता है जो हम खाली पेट खाते हैं।

सुबह उठते ही हमारा पेट खाली होता है और साथ ही दिन का खाना खाने के बाद और रात का खाना खाने से पहले हमारा पेट खाली होता है जिस समय हमें भूख लग रही होती है उस समय हमारा पेट खाली होता है।
जिस समय हमें भूख लगती है उस समय हमारा शरीर लो बैटरी वाले फोन की तरह काम करता है और उसे चार्ज करने के लिए हमें भोजन करने की आवश्यकता रहती है।

कुछ चीजें ऐसी होती है कि उनका खाली पेट सेवन किया जाए तो यह हमारे लिए बेहद फायदेमंद होती है वही उसके दूसरी और कुछ चीजें ऐसी भी होती है जिनका अगर खाली पेट सेवन किया जाए तो वह हमारे लिए कई सारी बीमारियां लाती है, और इन चीजों का सेवन करने से जो बीमारियां होती है उनका असर लंबे समय तक बना रहता है।

कई सारे फल सब्जियां और खाने की चीजें जो हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है, हो सकता है कि उन्हें भी खाली पेट खाने पर हमारे लिए नुकसानदायक हो।

इस तरह की बातें ज्यादातर लोगों को पता नहीं होती है और वह अनजाने में ही ऐसी चीजें खाली पेट खा लेते हैं इससे उनके शरीर पर छोटा या फिर बड़ा नुकसान होना शुरू हो जाता है और वह समझ नहीं पाते कि एक किस कारण हो रहा है।

तो आइए जानते हैं कि हमें खाली पेट क्या-क्या नहीं खाना चाहिए और क्या क्या खाना चाहिए।

1. टमाटर और खट्टे फल:-

टमाटर और दूसरे खट्टे फल जैसे कि मौसमी, पाइनएप्पल आदि वैसे तो हमारे सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं और हर व्यक्ति को इनका सेवन जरूर करना चाहिए।
लेकिन जो लोग वजन घटा रहे होते हैं वह लोग टमाटर खाली पेट दिन में सलाद के रूप में खाते हैं, कई लोग अपने शुरुआत के दिन में एनर्जी के लिए मोसम्मी आदि का जूस पीते है।

 टमाटर में मौजूद टेटिन एसिड और खट्टे फलों में मौजूद सिट्रिक एसिड को खाली पेट खाने से पेट में एसिडिटी और गैस्ट्रिक अल्सर की संभावनाएं बढ़ जाती है।
इसलिए खाली पेट इनका सेवन ना करें इसके बजाय आप सेब और तरबूज का सेवन कर सकते हैं।

सेब और तरबूज का सेवन करना अधिक फायदेमंद होता है और साथ ही अगर आपका पेट सुबह साफ नहीं होता और आपको कब्ज की शिकायत है तो रोज सुबह खाली पेट पपीता खाने से यह शिकायत खत्म हो जाती है।



2.केक ओर ब्रेड़:-

देखा गया है कि ज्यादातर केक रात को ही काटे जाते हैं, अक्सर लोग बचे हुए केक को सुबह के टाइम खाते है।
केक में ब्रेड मौजूद होती है और साथ ही इसमें बहुत अधिक मात्रा में चीनी भी मौजूद होती है।
ब्रेड और इसके जैसी और भी चीजें चौकी जो कि मैदे से बनी होती है इनका सेवन खाली पेट करने से बचना चाहिए।
मैदे से बनी हुई चीजों को पचाने के लिए हमारे पेट को काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
जिससे कि हमें दिन भर नींद, आलस्य और काम में मन न लगना आदि जैसी समस्याएं  होती है।

खाली पेट खाने के लिए सफेद ब्रेड से अच्छा गेहूं की ब्रेड होती है।
जब मल्टीग्रेन ब्रेड का सेवन करें क्योंकि इन्हें पचाना आसान होता है और यह हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है।



4.चाय और कॉफी:-

ज्यादातर लोग अपने दिन की शुरुआत सुबह की चाय और कॉफी से करते हैं।
 और साथ ही कुछ लोगों की दिन में चाय या कॉफी पीने की आदत पड़ चुकी होती है, जब हम चाय खाली पेट पीते हैं तो इसमें मौजूद केफीन का सीधा असर हमारे दिमाग पर होता है जिसकी वजह से धीरे-धीरे इसकी आदत होने लगती है।

 और जिस दिन हमें चाय या कॉफी नहीं मिलती उस दिन हमें सर में दर्द होने लगता है जब हम एक लंबे समय तक खाली पेट रहते हैं तो हमारे पेट में एसिड बनने लगता है जिसकी वजह से हमें भूख का एहसास होता है अगर हम इस एसिड को शांत करने की जगह अपने पेट में चाय या कॉफी जैसे गर्म और मीठी चीजें डाल दे तो इससे हमारे शरीर में एसिड की मात्रा जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है।

 एसिड की मात्रा बढ़ने की वजह से हाइपर एसिडिटी, त्वचा पर दाग धब्बे, इन्फेक्शन और बालों का तेजी से झड़ना शुरू हो जाता है।
 जो लगातार खाली पेट चाय या कॉफी का सेवन करते हैं उनकी आँतो में धीरे-धी कमजोरी आने लगती है।

इसकी वजह से उनके शरीर में अचानक से गम्भीर बीमारिया आने लगती है।
खाली पेट चाय और कॉफी का सेवन न करे और अगर आदत पड़ चुकी है तो खाली पेट पी जाने वाली चाय या कॉफी को थोड़ी लाइट बनाये जिसमे की दूध की मात्रा अधिक हो।



4.केला:-

कई लोग भूख लगने पर केले को एक टेस्ट इन स्नेक की तरह खाली पेट खा लेते हैं।
 क्योंकि इसे धोना और काटना नहीं पड़ता जिससे कि इसका तुरंत सेवन करना आसान हो जाता है इसके अलावा कुछ लोग सुबह के समय नाश्ते में या वर्कआउट से पहले केले का सेवन करते हैं।

 केले के अंदर मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है जिसकी वजह से खाली पेट इसका सेवन करने से यह हमारे दिल के लिए अच्छा नहीं माना जाता और साथ  ही वर्कआउट से पहले सिर्फ केला खाने से कार्डियो या रनिंग करते समय पेट में दर्द शुरू हो सकता है।

इसलिए खाली पेट सिर्फ केले का सेवन ना करें। केले के साथ कुछ ना कुछ दूसरी चीज जरूर खाएं और केले का देलिये ओर ओट्स के साथ सेवन करना सेहत के लिए अच्छा होता है।



5.ज्यादा तीखा:-

 चाहे सुबह का समय हो या दिन का खाली पेट बहुत ज्यादा तीखी चीज है खाना हमारे पाचन और पेट के लिए बहुत अधिक हानिकारक होता है।
 ज्यादा मसालेदार ओर तली हुई चीजें हमारे पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाती है जिससे कि पेट में जलन और पाचन से जुड़ी कई तरह की खराबी आने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।

 पेट से जुड़ी कोई भी समस्या जब से शुरू होती है तो वह लंबे समय तक हमारा पीछा नहीं छोड़ती इसलिए खाली पेट तीखी ओर मसालेदार चीजें ना खाएं, खाली पेट खाने के लिए ब्राउन राइस और स्प्राउट्स का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है।
 ज्यादा भूख लगने पर इन्हें खाली पेट खाने से हमें तुरंत शक्ति मिलती है और लंबे समय तक हमारा पेट भरा रहता है।



6. च्विंगम:-

कई लोगों के दिन में काम करते समय के वर्क आउट करते समय च्विंगम चबाने की आदत होती है।

 चिंगम चबा ना वैसे तो हमारी सेहत के लिए हानिकारक नहीं होता लेकिन जिस समय हमारा पेट खाली होता है उस समय अगर हम च्विंगम चबाते हैं।

तो ऐसे में हमारे दिमाग को लगता है कि हम कुछ खा रहे हैं और वह हमारे पेट को खाना पचाने का सिग्नल देने लगता है जिसकी वजह से हमारे पेट में पाचन रस की मात्रा बढ़ने लगती है।

 खाली पेट होने की वजह से यह रस हमारे पेट और आंतों को कमजोर बनाने लगता है इसके अलावा खाली पेट च्विंगम चबाने से हैल्दी चीजो को छोड़कर ज्यादा मीठा, ज्यादा तीखा और बाहर का जंक फूड खाने की इच्छा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।



7.दही:-

दही के अंदर लैक्टिक एसिड पाया जाता है।
 जो कि हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन जब हमारा पेट खाली होता है।
 तो उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जो की दही में मौजूद लेक्टिक एसिड के साथ में मिलने पर हमारी सेहत पर बुरा असर डालती है।

 इसलिए खाली पेट दही का सेवन ना करें खाली पेट खाने के लिए दूध दलिया और अंडे की सफेदी एक अच्छा ऑप्शन है।



8.ज्यादा मीठा:-

ज्यादा मीठा खाना वैसे तो हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता लेकिन जब हमारा पेट खाली होता है, उस समय मिठी चीजे हमारे शरीर पर कई गुना ज्यादा बुरा असर डालती है।
 और खासकर सुबह के समय खाली पेट ज्यादा मीठा खाने से हमारे शरीर में ग्लूकोस की मात्रा को तेजी से बढ़ा देते हैं जिसकी वजह से उस बड़े हुए ग्लूकोस को पचाने के लिए हमारे शरीर को एक्स्ट्रा इंसुलिन की जरूरत पड़ती है।

 जिसका सीधा असर हमारी पैंक्रियास कि सेहत पर पड़ता है, और इस तरह की स्थिति डायबिटीज के खतरे को बढ़ा देती है इसके अलावा मोटापा और पेट की चर्बी खाली पेट मिठी चीजे खाने से बहुत जल्दी बढ़ने लगती है।

 खाली पेट में मिठे में शहद का सेवन करना अच्छा माना जाता है सुबह के समय शहद का सेवन करने से हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है और साथ ही हमारे दिमाग के लिए बहुत अच्छा होता है।



9.शराब:-

शराब के शौकीन लोग हमेशा खाना खाने से पहले शराब पीना पसंद करते हैं, क्योंकि ऐसा करने से शराब से ज्यादा नशा होता है और पेट भी जल्दी नहीं भरता।
 लेकिन खाली पेट पी गई शराब का हमारी सेहत पर होने वाला बुरा असर 10 गुना बढ़ जाता है जिसका सीधा असर हमारे किडनी, लिवर और दिल पर होता है।
 इसके अलावा खाली पेट शराब पीने से हैंगओवर, सर दर्द और पेट खराब होने की संभावना बहोत ज्यादा बढ़ जाती है।

इसलिए शराब का सेवन करने से पहले कुछ ना कुछ जरूर खाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना भूले।



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